महाराष्ट्र सरकार ने RBI की पाबंदी झेल रहे पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक (PMC) को MSC बैंक में विलय करने की तैयारी शुरू कर दी है. महाराष्ट्र सरकार के मंत्री जयंत पाटिल ने गुरुवार को कहा कि पीएमसी बैंक के खाताधारकों को राहत देने के लिए सरकार एमएससी बैंक में विलय करने पर काम कर रही है.
मंत्री ने कहा, अगर जरूरत पड़ी तो राज्य सरकार पीएमसी और एमएससी बैंक के विलय के बारे में आरबीआई से भी बात करेगी.
“मैंने MSC बैंक के चेयरमैन से बात की थी. हमने MSC बैंक को सुझाव दिया है कि वह PMC बैंक के साथ विलय करने की कोशिश करे ताकि गरीब खाताधारकों को राहत मिले.”जयंत पाटिल, मंत्री, महाराष्ट्र सरकार
“हम पीएमसी बैंक खाताधारकों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि सरकार उनके साथ खड़ी है. दोनों बैंकों के विलय से निश्चित रूप से छोटे जमाकर्ताओं को मदद मिलेगी.”जयंत पाटिल, मंत्री, महाराष्ट्र सरकार
जयंत पाटिल पहले राज्य के वित्त मंत्री रह चुके हैं. उनका कहना है कि MSC बैंक की आर्थिक स्थिति अच्छी है और पीएमसी बैंक का इसमें विलय होने में कोई समस्या नहीं होनी चाहिए. इस प्रक्रिया को पूरा होने में करीब डेढ़ महीने का वक्त लग सकता है.
PMC घोटालाः बैंक के तीन डायरेक्टर गिरफ्तार
मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने मंगलवार को कथित रूप से 4,355 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में पीएमसी बैंक के तीन निदेशकों को गिरफ्तार किया है. अधिकारी ने बताया कि जगदीश मुखी, मुक्ति बावसी और तृप्ति बाने को हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एचडीआईएल) और उसकी ग्रुप की कंपनियों को लोन जारी करने के संबंध में लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया है.
इससे पहले आर्थिक अपराध शाखा ने 16 नवंबर को बीजेपी के पूर्व विधायक सरदार तारा सिंह के बेटे रजनीत सिंह को गिरफ्तार किया था. इसके पहले बैंक के तीन टॉप अधिकारियों और रियल एस्टेट ग्रुप एचडीआईएल के दो प्रमोटर राकेश वधावन, सारंग वधावन और ऑडिटर्स को भी गिरफ्तार किया था.
क्या है PMC बैंक घोटाला?
पीएमसी बैंक उस समय संकट में आ गया, जब बैंक से कर्ज लेने वाली हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्च र लिमिटेड (एचडीआईएल) ने दिवालिया बोल दिया. बैंक द्वारा दिए गए कुल कर्ज का 73 प्रतिशत हिस्सा अकेले एचडीआईएल को दिया गया था.
इस घोटाले के सामने आने के बाद मुंबई में कोहराम मच गया और जमाकर्ता विरोध प्रदर्शन पर उतर आए.
PMC बैंक ने क्या गड़बड़ी की?
- PMC बैंक पर आरोप है कि उसने 6500 करोड़ रुपये यानी बैंक के टोटल कैपिटल का 73% हिस्सा सिर्फ एक ही कंपनी HDIL को दे दिया था, जो अब दिवालिया हो गई है
- रिपोर्ट्स के मुताबिक, PMC बैंक के एमडी जॉय थॉमस की अगुवाई में बैंक मैनेजमेंट ने रियल एस्टेट कंपनी हाउसिंग डिवेलपमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (HDIL) को फंड दिलाने के लिए कई डमी अकाउंट खोले हुए थे
- दिवालिया हो चुकी कंपनी पर बकाया इस लोन को बैंक ने RBI की गाइडलाइंस के बावजूद एनपीए में नहीं डाला. वह भी तब जबकि कंपनी लोन को चुकाने में लगातार फेल होती रही
- RBI गाइडलाइंस के मुताबिक, ऐसे मामलों में बैंक को लॉस का जिक्र करना चाहिए.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)