मायावती ने प्रधानमंत्री मोदी पर राफेल को लेकर सबसे तीखा हमला किया है. बीएसपी सुप्रीमो के मुताबिक राफेल की फाइल रक्षा मंत्रालय से चोरी हो जाने का मतलब है देश का चौकीदार गैर जिम्मेदार है.
रक्षा मंत्रालय से राफेल के अहम और गुप्त दस्तावेज चोरी हो जाने की खबर दुर्भाग्यपूर्ण ही नहीं बहुत ही शर्मनाक और गैरजिम्मेदाराना है. अब इस मामले की जांच जरूर होनी चाहिए, जिससे देश के सामने सच सामने आए.
पीएम मोदी मांगे माफी
मायावती ने ट्विटर पर जारी प्रेस रिलीज के जरिए राफेल की फाइल होने की घटना को एक सनसनीखेज खुलासा करार दिया. उन्होंने लिखा, 'सुप्रीम कोर्ट में यह सनसनीखेज खुलासा करने से पहले नरेंद्र मोदी सरकार को देश से माफी मांगनी चाहिए कि वह देशहित और देश सुरक्षा के मामले में विफल साबित हुए हैं. देश ने अब समझ लिया है कि राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ इस तरह का गंभीर और घातक खिलवाड़ मोदी सरकार में ही मुमकिन है.
क्या वाकई देश सुरक्षित हाथों में है?
मायावती ने कहा है कि अगर इस मामले की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई नहीं हो रही होती तो देश को ये सच पता ही नहीं चल पाता कि ऐसी गंभीर घटना केंद्र सरकार के नाक के नीचे हो गई है. यह सरकार को पूरी तरह से शर्मिंदा करने वाली घटना है. लोग लोकसभा चुनावों में ये सोचने पर मजबूर हैं कि क्या वाकई देशहित और देश की सुरक्षा मजबूत और सुरक्षित हाथों में है?
क्या है पूरा मामला?
सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि राफेल डील से संबंधित अहम दस्तावेज रक्षा मंत्रालय से चोरी हो गए. इस पर कोर्ट ने रक्षा मंत्रालय से गुरुवार तक कोर्ट में हलफनामा सौंपने के लिए कहा है. अब इस मामले पर अगली सुनवाई 14 मार्च तय की गई है. प्रशांत भूषण ने जब 'द हिंदू' में पब्लिश एन राम के एक आर्टिकल का हवाला दिया, तो अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने इसका विरोध किया और कहा कि ये लेख चोरी किए गए दस्तावेजों पर आधारित है और इस मामले की जांच जारी है.
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