ADVERTISEMENTREMOVE AD

सत्यपाल मलिक फिर बोले, 'अगर वो कह दें दिक्कत हो रही है तो छोड़ दूंगा कुर्सी'

मेघालय गवर्नर सत्यपाल मलिक ने कहा कि कुतिया भी मरती है तो दिल्ली के नेताओं का शोक-संदेश आ जाता है.

story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

मेघालय (Meghalaya) के राज्यपल सत्यपाल मलिक (Satyapal Malik) किसान आंदोलन पर बयान के चलते पिछले दिनों काफी सुर्खियों में थे. अब उन्होंने एक बार फिर से केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए बयान दिया है.

उन्होंने कहा कि आजकल जो किसानों वाला मामला है, उस पर मैं अगर बोलूंगा तो कॉन्ट्रोवर्सी हो जाएगी. अखबार वाले ऐसा कर देते हैं कि मैं दो हफ्ते ये इंतजार करता हूं कि दिल्ली से कोई फोन नहीं आया.

ADVERTISEMENTREMOVE AD
मलिक ने कहा कि गवर्नर को हटाया नहीं जा सकता, लेकिन जो मेरे शुभचिंतक हैं वो चाहते हैं कि ये कुछ बोलें और हटें.

आगे उन्होंने कहा कि कुछ लोग फेसबुक पर लिख देते हैं कि गवर्नर साहब जब आप इतना महसूस कर रहे हो, तो इस्तीफा क्यों नहीं दे देते. मैंने कहा कि भाई आपके पिता जी ने बनाया है क्या मुझे?

मुझे दिल्ली के दो-तीन बड़े लोगों ने बनाया था और मैं उन्हीं के विरुद्ध बोल रहा हूं. तो ये तो मैं जानकर बोल ही रहा हूं कि उनको दिक्कत होगी. वो जिस दिन मुझे कह देगें कि दिक्कत हो रही है छोड़ दो, तो मैं एक मिनट भी नहीं लगाऊंगा और किसानों के धरने पर आकर के बैठ जाऊंगा.
सत्यपाल मलिक, राज्यपाल, मेघालय

किसानों से बड़ा नहीं कोई आंदोलन

मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि देश में इतना बड़ा आंदोलन आज तक नहीं चला, जिसमें अब तक 600 लोग शहीद हो गए हैं. उन्होंने केन्द्र सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कुतिया भी मरती है तो दिल्ली के नेताओं का शोक-संदेश आ जाता है, लेकिन 600 किसानों की मौत पर शोक प्रस्ताव लोकसभा से पास नहीं हुआ.

बता दें कि पिछले दिनों सोशल मीडिया पर सत्यपाल मलिक का एक वीडियो खूब वायरल हुआ था जिसमें उन्होंने पीएम मोदी को ईडी या इनकम टैक्स रेड की भी चुनौति दी थी. उन्होंने कहा था कि एक बार वीपी सिंह ने मुझे कहा था कि संभलकर काम करना, प्रधानमंत्रियों से बेईमानी करके नहीं लड़ा जा सकता है, इसलिए पाक-साफ रहना.

उन्होंने बयान में आगे कहा था कि कश्मीर से वापस आने बाद किसानों के समर्थन में जिस तरह से मैंने बेधड़क बातें कह दीं, अगर कश्मीर में कुछ कर लिया होता तो अब तक ईडी, इनकम टैक्स वाले मेरे घर पहुंच जाते.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×