बिहार (Bihar Politics) में नेताओं के बयानों से सबके जहन में एक सवाल है कि आखिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और उनकी सत्ताधारी सहयोगी बीजेपी के बीच का गठबंधन कितना मजबूत है? कभी नीतीश कुमार वैचारिक रूप से बीजेपी से बहुत दूर नजर आते हैं तो कभी हां में हां मिलाते दिखते हैं. पटना में सोमवार, 13 जून को जनता दरबार में मीडिया से बात करते हुए CM नीतीश कुमार ने नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) के विवादस्पद बयान पर बीजेपी की कार्रवाई को पर्याप्त बताते हुए विरोध-प्रदर्शन को अनावश्यक बताया. वहीं दूसरी तरफ इतिहास के पुनर्लेखन की बीजेपी की मांग पर दो टूक शब्दों में कहा कि जो मौलिक इतिहास हैं उसको कैसे बदला जा सकता हैं.
"पार्टी ने जब नुपुर शर्मा के खिलाफ कार्रवाई कर दी है तो विवाद की क्या जरूरत?"
पैगंबर मोहम्मद पर नूपुर शर्मा के विवादित बयान को लेकर देश भर में बवाल जारी है. जहां कई मुस्लिम संगठनों द्वारा इसपर विरोध जताया जा रहा है. वहीं कई संगठनों द्वारा नूपुर शर्मा का भी समर्थन किया जा रहा है. इन सबके बीच कई राज्यों में भी भड़की हिंसा पर अब इस मामले पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इस मुद्दे को बेवजह का बखेड़ा करार दिया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि विवादित बयान के बाद तत्काल पार्टी ने कार्रवाई की, यहां तक कि उनके खिलाफ केस भी दर्ज कर लिया गया तो मुझे नहीं लगता कि इसके बाद इस मुद्दे को और बढ़ाने की जरुरत थी.
मुख्यमंत्री ने विरोध जतानेवालों की हरकत पर आश्चर्य जाहिर करते हुए कहा कि जब कानून अपना काम कर रहा है, तो उसके बाद बवाल बढ़ाने की जरुरत नहीं है. उन्होंने कहा कि "मुझे लगता है कि कुछ लोगों की आदत होती है कि जानबूझकर झगड़ा करना चाहते हैं. मुझे यह बात सही नहीं लगती है. यह सही नहीं है, यहां कितना भी कर लीजिए, कुछ लोग आपस में लड़ेंगे ही."
"जो मौलिक इतिहास है उसको कोई थोड़ी बदल सकता है"
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सहयोगी बीजेपी के स्टैंड से विपरीत कहा कि उन्हें समझ में नहीं आता कि कोई इतिहास को कैसे बदल सकता है.
पटना में सोमवार, 13 जून को जब नीतीश कुमार ने बीजेपी नेता और गृह मंत्री अमित शाह के बयान (इतिहास की किताबों पर फिर से विचार करने का समय आ गया है क्योंकि इतिहासकारों ने अब तक केवल मुगलों पर ध्यान केंद्रित किया है) के सवाल पर कहा कि "जो इतिहास है वो इतिहास है, इसे कोई कैसे बदल सकता है?"
"क्या आप इतिहास बदलेंगे? मुझे समझ नहीं आता कि कोई इसे कैसे बदल सकता है. इतिहास इतिहास है.. जो मौलिक इतिहास हैं उसको कोई थोड़ी बदल सकता है "
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