बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने मंगलवार रात को डिनर का आयोजन किया है. इसके लिए बिहार के सीएम नीतीश कुमार दिल्ली पहुंच चुके हैं, लेकिन डिनर में शामिल होने से पहले बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने दोबारा कहा है कि राज्य को विशेष दर्जा दिया जाना चाहिए. अब इसके अलग-अलग मतलब निकाले जा रहे हैं. जेडीयू अध्यक्ष ने मीडिया से कहा, "हम अब भी बिहार को विशेष दर्जा दिलाने के पक्ष में हैं. ये मुद्दा हमारे लिए बेहद अहम है. हम इस मुद्दे को उठाते रहेंगे."
आर्टिकल 370 को लेकर मतभेद पर क्या बोले नीतीश
नीतीश कुमार ने अनुच्छेद 370 हटाने की भारतीय जनता पार्टी की मांग को लेकर मतभेद के बारे में कहा, "इसमें कोई अंतर्विरोध नहीं है. हमने हमेशा यही कहा है कि अनुच्छेद 370 को नहीं हटाया जाना चाहिए, यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू नहीं किया जाना चाहिए, अयोध्या विवाद को आपसी सहमति/अदालत के हस्तक्षेप के जरिए सुलझाया जाना चाहिए. हमने बीजेपी के साथ जब गठजोड़ किया था, तभी से हम इन बातों पर कायम हैं." उन्होंने कहा कि बीजेपी उनका रुख जानती है, लेकिन दोनों दलों के बीच कोई मतभेद नहीं है. नीतीश ने लोकसभा चुनाव में एनडीए की जीत पर भी पूरा भरोसा जताया.
बीजेपी उम्मीदवार को जमकर लताड़ चुके हैं नीतीश
इससे पहले बीजेपी की भोपाल से प्रत्याशी प्रज्ञा सिंह ठाकुर की गोडसे पर विवादित टिप्पणी की निंदा करते हुए नीतीश ने कहा था कि उनकी पार्टी ऐसी बातों को बर्दाश्त नहीं करेगी. नीतीश ने गोडसे को देशभक्त बताने संबंधी प्रज्ञा के बयान पर कहा "ये बहुत ही निंदनीय है. हम इन चीजों को बर्दाश्त नहीं करेंगे. बापू राष्ट्र के पिता हैं और लोग पसंद नहीं करेंगे अगर कोई इस तरह से गोडसे के बारे में बात करे"
ये पूछे जाने कि प्रज्ञा के इस विवादित बयान को लेकर क्या बीजेपी को उन्हें पार्टी से निष्कासित कर देना चाहिए, नीतीश ने कहा कि इस पर विचार किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि यह बीजेपी का आंतरिक मामला है लेकिन जहां तक देश या विचारधारा का सवाल है ऐसी बातों को बर्दाश्त करने का कोई सवाल ही नहीं है.
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