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दिल्ली अध्यादेश,बंगाल राजनीति.. पटना बैठक में किन मुद्दों पर बहस,किन पर सहमति?

Opposition Patna Meet में शामिल केजरीवाल प्रेस कॉन्फ्रेंस में नहीं आए नजर, ट्विटर पर कांग्रेस को घेरा

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बिहार (Bihar) की राजधानी पटना में 23 जून को विपक्षी दलों की मीटिंग (Opposition Meeting, Patna) हुई. इस बैठक में देश भर की मुख्य विपक्षी पार्टियों के नेता शामिल हुए. मीटिंग के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में अलग-अलग पार्टियों के नेताओं ने अपनी बात रखी. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सभी पार्टियों की सहमति एक साथ चलने की हुई है, बहुत अच्छे ढंग से सबकी सहमति हो गई है.

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कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा

"सभी नेता एक होकर आगे चुनाव लड़ने का कॉमन एजेंडा तैयार कर रहे हैं. हम 10 या 12 जुलाई को शिमला में फिर मिल रहे हैं. वहां पर बैठकर हम एक एजेंडा बनाएंगे कि किस तरह से हम आगे बढ़ सकते हैं. सभी लोग मिलकर फैसला करेंगे."

आइए जानते हैं कि प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले हुई मीटिंग में क्या हुआ है.

विपक्षी दलों की मीटिंग में क्या हुआ?

पटना में विपक्षी दलों की मीटिंग हुई. सूत्रों के मुताबिक इसमें शामिल सभी पार्टियों के अलग-अलग नेताओं ने अपनी बातें रखीं.

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने राज्य में कांग्रेस पार्टी के रवैए पर नाराज नजर आईं और उन्होंने खुलकर अपनी आपत्ति जताई. हालांकि बैठक के बाद हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में ममता बनर्जी ने साफ़ कहा कि हम लोग एक हैं और हम एक साथ लड़ेंगे.

दिल्ली अध्यादेश पर आमने-सामने आप और कांग्रेस

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार के अध्यादेश पर सबका साथ मांगा. और इसी मुद्दे पर वो कांग्रेस से नाराज भी नजर आये. बैठक के बाद आप ने ये बयान ट्वीट करते हुए कहा कि पटना में समान विचारधारा वाली पार्टी की बैठक में कुल 15 पार्टियां शामिल हो रही हैं, जिनमें से 12 का प्रतिनिधित्व राज्यसभा में है. कांग्रेस को छोड़कर अन्य सभी 11 दलों ने अध्यादेश के खिलाफ सही तरह से अपना रुख सामने रखा है और ऐलान किया है कि वे राज्यसभा में इसका विरोध करेंगे.

"जब तक कांग्रेस सार्वजनिक रूप से काले अध्यादेश की निंदा नहीं करती और घोषणा नहीं करती कि उसके सभी 31 राज्यसभा सांसद राज्यसभा में अध्यादेश का विरोध करेंगे, AAP के लिए समान विचारधारा वाले दलों की भविष्य की बैठकों में भाग लेना मुश्किल होगा जहां कांग्रेस भागीदार है."
AAP

गौर करने वाली बात ये रही है कि बैठक में मौजूद रहने वाले आप सुप्रीमो अरविन्द केजरीवाल और सीएम भगवंत मान प्रेस कॉन्फ्रेंस में नहीं नजर आए.

मिली जानकारी दे अनुसार बैठक में उद्धव ठाकरे समेत कई नेताओं ने दिल्ली अध्यादेश पर सभी को अपना समर्थन देने की अपील की.

किन बातों पर बनी आम सहमति?

  • कॉमन मिनिमम प्रोग्राम बनाने पर हुई चर्चा.

  • सभी दल 2024 में बीजेपी रोकने के लिए एकमत हुए.

  • विपक्षी गठबंधन में बेहतर तालमेल के लिए किसी को संयोजक बनाने की जरूरत जताई गई.

  • कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के झगड़े को सुलझाने के लिए आगे आए शरद पवार और उद्धव ठाकरे ने कहा कि एक साथ आना होगा और आपसी मतभेद दूर करने होंगे.

  • सभी ने एक सुर से बड़ा दिल रखने की बात कही.

  • आपस में लड़ने से बीजेपी को फायदा होने को लेकर सभी नेताओं की सहमति बनी.

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