संसद के बजट सत्र (Parliament Budget Session 2023) के दूसरे चरण का हंगामेदार आगाज हुआ है. कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी (Cambridge University) में दिए गए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के बयान का मुद्दा लोकसभा और राज्यसभा में गूंजा. बीजेपी ने राहुल से माफी की मांग की है. वहीं इस पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने कहा कि देश संविधान के मुताबिक नहीं चल रहा है. हंगामे की वजह से दोनों सदनों की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है.
लोकसभा में राजनाथ ने उठाया मुद्दा
लोकसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने राहुल गांधी के बयान की निंदा करते हुए उन्होंने उनसे माफी की मांग की है. उन्होंने कहा कि, “यह भारत की गरिमा और प्रतिष्ठा पर उन्होंने गहरी चोट पहुंचाने की कोशिश की है. मैं मांग करता हूं कि पूरे सदन के द्वारा उनके इस व्यवहार की निंदा की जानी चाहिए और अध्यक्षजी आपके द्वारा निर्देश दिया जाना चाहिए कि संसद के फोरम पर आकर वह इसके लिए क्षमा याचना करें."
राज्यसभा में बीजेपी के वार पर कांग्रेस का पलटवार
राज्यसभा में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goel) ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना उनपर निशाना साधा. उन्होंने कहा, “एक विपक्ष के वरिष्ठ नेता ने भारत के लोकतंत्र के ऊपर प्रहार किया. एक विदेशी देश में जाकर जिस प्रकार से उन्होंने भारत की सेना का अपमान किया, भारत के सदन का अपमान किया, अध्यक्ष का अपमान किया. जिस प्रकार से उन्होंने प्रेस का अपमान किया, ज्यूडिशियरी का अपमान किया और पूरे देश ने देखा. उन्हें सदन में आकर सेना से, प्रेस से, ज्यूडिशियरी और पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए."
पीयूष गोयल के वार पर कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने पलटवार किया. मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि जो इस सदन का सदस्य नहीं है और उसके बारे में यहां टिका करना और पूरे कांग्रेस पार्टी पर टिका करना गलत है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि,
"यहां जो चल रहा है उस विषय के बारे में सारी दुनिया जानती है. लोकतंत्र यहां नहीं चल रही ठीक ढंग से, संविधान के अनुसार नहीं चल रही है. लोकतंत्र उसूलों के तहत नहीं चल रही है."
पीएम ने भी राहुल पर साधा था निशाना
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने रविवार को कर्नाटक में एक जनसभा को संबोधित करते हुए इशारों-इशारों में राहुल गांधी पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा कि लंदन से भारत पर टिप्पणी करने वालों का समर्थन न करें. भारत सिर्फ सबसे बड़ा लोकतंत्र नहीं है, यह लोकतंत्र की जननी है. ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि लंदन में भारत के लोकतंत्र पर सवाल उठाए गए. कुछ लोग लगातार भारत के लोकतंत्र पर सवाल उठा रहे हैं.
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