प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के मथुरा पहुंचकर राष्ट्रीय पशुरोग उन्मूलन कार्यक्रम में हिस्सा लिया. उन्होंने मथुरा की वेटरनरी यूनिवर्सिटी में पहुंचकर पशु आरोग्य मेले की शुरुआत की. उन्होंने यहां सफाई के काम में लगीं महिलाओं से भी मुलाकात की. पीएम मोदी ने इस मौके पर देशभर के लिए 40 मोबाइल एंबुलेंस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
पीएम मोदी ने मथुरा में पशुओं और स्वच्छता से जुड़े कई कार्यक्रमों की शुरुआत की. इसके अलावा पशुओं में होने वाली अलग-अलग बीमारियों के टीकाकरण कार्यक्रम की भी शुरुआत की.
इस मौके पर पीएम मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि क्या बिना दूध, दही और माखन के बिना बाल गोपाल की कल्पना कोई कर सकता है? पर्यावरण और पशुधन हमेशा से ही भारत के आर्थिक चिंतन का महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है. प्रकृति और आर्थिक विकास में संतुलन बनाकर ही हम आगे बढ़ रहे हैं. इसी चिंतन को आगे बढ़ाकर आज हमने कई बड़े संकल्प लिए हैं.
पीएम मोदी ने कहा, 'स्वच्छता ही सेवा अभियान को विशेष तौर पर प्लास्टिक के कचरे से मुक्ति के लिए समर्पित किया गया है. प्लास्टिक से होने वाली समस्या समय के साथ गंभीर होती जा रही है. प्लास्टिक पशुओं की मौत का कारण बन रहा है. इससे नदियों में रहने वाले जीवों का भी जिंदा बचना मुश्किल हो जाता है. इसीलिए अब हमें सिंगल यूज प्लास्टिक से छुटकारा पाना ही होगा. हमें ये कोशिश करनी है कि इस साल 2 अक्टूबर तक अपने घरों, दफ्तरों को सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त करें. देश के सभी लोग और संगठन इस अभियान से जुड़ें.'
प्लास्टिक का जो कचरा आप इकट्ठा करें, उसे उठाने का प्रबंधन प्रशासन करेगा. जिसके बाद उसे रिसाइकिल किया जाएगा. जिस प्लास्टिक को रिसाइकिल नहीं किया जा सकता उसका इस्तेमाल सड़कें बनाने में होगा.
पीएम मोदी के भाषण की बड़ी बातें-
- सरकार कार्यक्रमों में भी प्लास्टिक की बोतलों की बजाय मिट्टी और मेटल के बर्तन इस्तेमाल किए जाएं
- जब आस-पास गंदगी नहीं रहती तो इसका असर स्वास्थ्य पर भी दिखाई देता है
- बाजार जाएं तो अपने साथ कपड़े या फिर जूट का थैला लेकर जरूर निकलें
- जल संकट का उपाय है जल जीवन मिशन, इसके तहत हर घर जल पहुंचाने पर काम किया जा रहा है
- हमारे देश में कुछ लोगों के कान पर अगर ओम शब्द पड़ता है, गाय शब्द पड़ता है तो उनके बाल खड़े हो जाते हैं. गाय का नाम सुनते ही कुछ लोगों को करंट लग जाता है
- अमेरिका में 9/11 में इतना बड़ा आतंकी हमला हुआ. आतंकवाद आज एक ग्लोबल समस्या है, जिसकी जड़ें हमारे पड़ोस में फल फूल रही हैं
- आतंकवाद पर पूरे विश्व को संकल्प लेने की जरूरत है. भारत इस चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह से सक्षम है. ये हमने दिखाया भी है और आगे भी दिखाएंगे
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