मध्य प्रदेश में नगर निगम अधिकारी की पिटाई करने के मामले में अब पीएम मोदी ने टिप्पणी की है. सूत्रों के मुताबिक पीएम मोदी ने कहा है कि चाहे किसी का भी बेटा हो उसे पार्टी से निकाल देना चाहिए. बीजेपी संसदीय दल की बैठक में पीएम मोदी ने आकाश विजयवर्गीय का नाम लिए बिना कहा कि ऐसा व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, फिर चाहे वो किसी का भी बेटा हो.
पीएम मोदी ने उन नेताओं और बीजेपी कार्यकर्ताओं पर भी निशाना साधा है, जिन्होंने आकाश विजयवर्गीय के समर्थन में नारे लगाए थे. पीएम मोदी ने कहा कि उन लोगों पर भी एक्शन होना चाहिए, जिन्होंने इस बात का समर्थन किया और स्वागत किया उन्हें भी पार्टी में रहने का कोई हक नहीं है.
बीजेपी सांसद आरपी रूडी ने बताया कि बीजेपी की संसदीय दल की बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि किसी भी तरह का बुरा बरताव जो पार्टी की छवि को खराब करता है, इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. पीएम ने कहा कि अगर कोई कुछ गलत करता है तो एक्शन लिया जाना चाहिए. यह सभी पर लागू होता है.
पिता ने बताया था कच्चा खिलाड़ी
इससे पहले आकाश विजयवर्गीय के पिता कैलाश विजयवर्गीय ने भी इस घटना पर अपना रिएक्शन दिया था. उन्होंने अपने बेटे के साथ-साथ राज्य सरकार और नगर निगम अधिकारियों को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा था,
‘सरकारी कर्मचारियों को अहंकार नहीं दिखाना चाहिए. दोनों तरफ से कहीं न कहीं कोई गलती हुई है. दोनों को ही समझना चाहिए था, क्योंकि दोनों ही कच्चे खिलाड़ी हैं. यह बहुत बड़ा विषय नहीं है, लेकिन इसे जबरदस्ती बड़ा बना दिया गया.’
क्या है आकाश विजयवर्गीय का मामला?
इंदौर के गंजी कंपाउंड में एक जर्जर मकान को गिराने गए नगर निगम के अधिकारी की आकाश ने क्रिकेट के बल्ले से पिटाई कर दी थी. इस घटना के बाद आकाश विजयवर्गीय को गरिफ्तार कर लिया गया था. हालांकि कुछ ही दिन बाद उन्हें जमानत भी मिल गई. बाहर आते ही उनका जोरदार स्वागत किया गया. इस मौके पर उनके कई समर्थक हर्ष फायरिंग भी करते नजर आए. जमानत पर छूटने के तुरंत बाद उन्होंने कहा था भगवान उन्हें दोबारा बल्लेबाजी का मौका न दे. विपक्ष ने इस मामले को लेकर बीजेपी और कैलाश विजयवर्गीय पर जमकर हमला बोला था.
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