नोटबंदी के मुद्दे पर संसद की कार्यवाही लगातार बाधित होने पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने पहली बार कड़ी टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि सांसदों को सदन की कार्यवाही ठप करने का हक नहीं हैं.
राष्ट्रपति ने कहा कि संसद को बाधित किया जाना कतई स्वीकार नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा:
भगवान के लिए, सब अपना काम करें और सदन को चलने दें. संसद नेताओं के लिए बहस और चर्चाओं की जगह होनी चाहिए.प्रणब मुखर्जी, राष्ट्रपति
डिफेंस एस्टेट्स ऑर्गेनाइजेशन की एक मीटिंग को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि नेताओं को संसद में धरना देने के लिए नहीं चुना जाता है. उनका काम कार्यवाही को चालू रखना होना चाहिए, न कि इसे ठप कर देना.
राष्ट्रपति ने कहा कि उनका मकसद किसी को दोषी ठहराना नहीं है, पर संसद की कार्यवाही बाधित होना ‘प्रैक्टिस’ बनता जा रहा है. उन्होंने कहा कि संसदीय आजादी का इस्तेमाल कार्यवाही बाधित करने के लिए नहीं होना चाहिए.
सदन न चलने पर आडवाणी भी भड़के थे
नोटबंदी के फैसले के बाद शीतसत्र के दौरान संसद में लगातार हंगामे से नाराज होकर बुधवार को लालकृष्ण आडवाणी भी जमकर बरसे थे. उन्होंने सदन न चलने पर न लोकसभा स्पीकर और संसदीय कार्यमंत्री के प्रति भी नाराजगी जाहिर की थी.
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