पंजाब सरकार के नए सदस्यों ने आज चंडीगढ़ के राजभवन में शपथ ली. ब्रह्म मोहिंद्र, मनप्रीत सिंह बादल समेत कुल 15 विधायकों ने मंत्रिपद की शपथ ली. चरणजीत सिंह चन्नी की नई कैबिनेट में 6 नए मंत्री शामिल हुए हैं.
शपथ लेने वाले 15 विधायक हैं: ब्रह्म मोहिंद्रा, मनप्रीत सिंह बादल, तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, सुखबिंदर सिंह सरकारिया, राणा गुरजीत सिंह, अरुणा चौधरी, रजिया सुल्ताना, विजय इंदर सिंगला, भारत भूषण आशु, रणदीप सिंह नाभा.
कैबिनेट में राणा गुरजीत सिंह को शामिल किए जाने को लेकर छह विधायकों ने आपत्ति जताई थी. राणा गुरजीत सिंह को जनवरी 2018 में खनन घोटाले में कथित तौर पर शामिल होने के कारण मंत्रिमंडल से हटा दिया गया था. नेताओं ने मांग की कि कैबिनेट में एक साफ छवि के दलित नेता को जगह दी जानी चाहिए.
23 सितंबर को दिल्ली में हुई थी मुलाकात
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को 23 सितंबर की देर रात राहुल गांधी से मुलाकात करने के बाद तीसरी बार दिल्ली बुलाया गया था और बैठक दोपहर 2 बजे तक चलती रही थी. कहा जा रहा है कि ये बैठक पंजाब कैबिनेट को अंतिम रूप देने के लिए बुलाई गई थी.
चरणजीत सिंह चन्नी को 19 सितंबर को पंजाब का मुख्यमंत्री बनाया गया था. इससे पहले सुखजिंदर सिंह रंधावा का नाम चल रहा था, लेकिन बाद में रंधावा ने खुद इससे इनकार कर दिया था.
कैप्टन ने 18 सितंबर को दिया था इस्तीफा
कई महीनों से चल रही तनातनी के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 18 सितंबर को पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. अपने इस्तीफे के बाद कैप्टन ने कहा था कि जिस तरह से बातचीत चल रही थी, इससे वो काफी अपमानित महसूस कर रहे थे. इस्तीफे के बाद कैप्टन ने अपने विरोधी नवजोत सिंह सिद्धू पर भी वार किए थे और कहा था कि उन्हें पंजाब का मुख्यमंत्री बनने से रोकने के लिए वो कोई भी बलिदान देने को तैयार हैं.
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