पंजाबी गायक जस्सी जसराज को आम आदमी पार्टी ने 6 साल के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया है. आम आदमी पार्टी ने बड़बोले स्वभाव के लिए मशहूर जस्सी को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया है. पार्टी के पंजाब संयोजक सुच्चा सिंह छोटेपुर ने उन्हें पार्टी से निकालने की पुष्टि की है.
जस्सी जसराज लंबे समय से AAP सांसद भगवंत मान और पार्टी के खिलाफ बयानबाजी कर रहे थे.
हालांकि जस्सी अब तक SYL के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी की कमान संभाले हुए थे. इस बीच उन्होंने पंजाब में AAP संयोजक सुच्चा सिंह छोटेपुर पर भी आरोप लगाते हुए कहा था कि कांग्रेसी या अकाली नेताओं को पार्टी में लाना कोई अच्छा काम नहीं है.
जस्सी जसराज ने आरोप लगाया था कि उन नेताओं को पार्टी में लाया जा रहा है, जो पहले ही दागी हैं.
जस्सी जसराज की मानें, तो जहां भी उन्हें कुछ गलत लगा, वह खुलकर बोलने से पीछे नहीं हटे. यहां तक कि अपनी पार्टी को लेकर भी वह मुखर रहे. साथ ही पार्टी का कोई सीनियर नेता हो या फिर कोई भी हो, जस्सी ने कड़ी बयानबाजी की.
गौरतलब है कि जस्सी जसराज ने आम आदमी पार्टी की तरफ से 2014 में भटिंडा से अकाली दल की हरसिमरत कौर बादल और कांग्रेस के मनप्रीत सिंह बादल के खिलाफ चुनाव लड़ा था.
सांपला है पंजाब में BJP का दलित कार्ड
किसी जमाने में प्लम्बर के तौर पर गुजर-बसर करने वाले होशियारपुर के सांसद विजय सांपला को पंजाब BJP का नया अध्यक्ष बनाया गया है. प्रदेशाध्यक्ष कमल शर्मा को हटाते हुए विजय सांपला की प्रदेश अध्यक्ष के पद पर नियुक्ति कर BJP ने दलित कार्ड खेला है, जिसे आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अहम नजर से देखा जा रहा है.
सांपला को पंजाब में 2017 में होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है, जहां BJP अनुसूचित जाति समुदाय को अपनी ओर खींचना चाहती है. शिरोमणि अकाली दल की हरसिमरत कौर बादल के बाद 53-वर्षीय दलित नेता विजय सांपला पंजाब से केंद्रीय मंत्री बनने वाले दूसरे नेता हैं.
सांपला ने पंजाब की होशियारपुर लोकसभा सीट से चुनाव जीता था.
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