पंजाब में शराब ने ऐसा जहर घोला कि अब तक 110 से ज्यादा परिवार उजड़ चुके हैं. जहरीली शराब से मौतों का सिलसिला लगाता जारी है. इस बड़ी घटना को लेकर विपक्ष तो पंजाब की कांग्रेस सरकार पर हमलावर है ही, लेकिन अब अपनों ने भी मोर्चा खोल दिया है. कांग्रेस के दो सांसदों ने अपनी ही सरकार के खिलाफ अपील करते हुए राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपा है. इस ज्ञापन में केंद्रीय एजेंसियों ईडी और सीबीआई से मामले की जांच कराने की मांग की गई है.
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रताप सिंह बाजवा और शमशेर सिंह ढुल्लो ने कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार के खिलाफ आवाज उठाई है. इतना ही नहीं उन्होंने राज्य सरकार पर नाकाम रहने का आरोप भी लगाया. कांग्रेस सांसद शमशेर सिंह ढुल्लो ने कहा,
“ये एक बड़ी घटना है. इस तरह की घटना पहले पंजाब में कभी नहीं हुई. लेकिन ये सरकार और पुलिस की जानकारी के बिना नहीं हो सकता है. इसीलिए कोई भी कार्रवाई नहीं की जा रही है. कर्फ्यू में शराब के लिए कच्चा माल कहां से आया? मैंने सोनिया गांधी, राहुल गांधी और मनमोहन सिंह को इसके बारे में लिखा था, लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया.”शमशेर सिंह ढुल्लो
सीएम अमरिंदर सिंह को देनी पड़ी सफाई
अब अपने ही सांसदों की तरफ से इतने बड़े आरोप लगने के बाद राज्य के मुखिया कैप्टन अमरिंदर सिंह को खुद सामने आना पड़ा. उन्होंने एक वीडियो मैसेज जारी करते हुए कहा कि एक तरफ पूरा राज्य कोरोना के खिलाफ लड़ रहा है, वहीं दूसरी तरफ कुछ गैर कानूनी लोग ऐसा काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा,
“जो लोग समझते हैं कि हम लोग कुछ भी करके पैसा कमा सकते हैं, जिन्हें कोई सोच समझ नहीं है. उन्होंने खराब शराब बेचकर 111 लोगों की जान ले ली है. मैंने पूरी पुलिस और एक्साइज डिपार्टमेंट को कहा है कि अगले दो दिन में आरोपियों को पकड़े. उन्हें सख्त से सख्त सजा दी जाएगी. ताकि दोबारा कोई ऐसा करने की हिम्मत न करे. ये मौत नहीं एक किस्म के खून हुए हैं. सारी पुलिस फोर्स और एक्साइज फोर्स लगी हुई है, काफी लोग पकड़े गए हैं और बाकी भी पकड़े जाएंगे. फिर चाहे वो कितना भी बड़ा शख्स हो.”कैप्टन अमरिंदर सिंह
सांसदों के खिलाफ कार्रवाई की मांग
अपनी ही पार्टी के खिलाफ आवाज उठाने वाले दोनों सांसदों पर अब कार्रवाई की भी बात कही जा रही है. पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने इसके लिए पार्टी आलाकमान को लेटर लिखा है. उन्होंने कहा,
मैंने अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी जी को लेटर लिखकर कहा है कि ऐसा दोबारा नहीं होना चाहिए और दोनों सांसदों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जानी चाहिए. पार्टी में किसी का भी ऐसा व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए. मुझे यकीन है कि कांग्रेस पार्टी ऐसे लोगों को नहीं रख सकती है जो उसी हाथ को काटने की कोशिश करते हैं, जो उन्हें खिलाता है. उन्होंने राज्यपाल के पास जाकर ईडी और सीबीआई जांच की मांग करके लक्ष्मण रेखा लांघ दी है.
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