कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को दलित नेता जिग्नेश मेवानी से मुलाकात की है. राष्ट्रीय दलित अधिकार मंच के संयोजक जिग्नेश मेवानी से राहुल गुजरात के नवसारी में मिले. जिग्नेश ने साल 2016 में ऊना में एक बड़े लेकिन शांति से चलने वाले आंदोलन का नेतृत्व किया था. साथ ही ये ऐलान किया था कि दलित लोग समाज के लिए गंदा काम यानी पशुओं का चमड़ा निकालने का काम नहीं करेंगे.
राहुल की यात्रा में हुए शामिल
मुलाकात के बाद जिग्नेश मेवानी, राहुल गांधी की गुजरात नवसर्जन यात्रा में शामिल हो गए हैं.
जिग्नेश ने बताया कि हमारी मांगों को सुनने के बाद राहुल गांधी ने कहा, इसमें से 90 प्रतिशत मांगे नहीं बल्कि संवैधानिक अधिकार हैं, जो कांग्रेस के घोषणापत्र में शामिल किए जाएंगे.
मेवानी का कहना है कि बीजेपी और कांग्रेस बिल्कुल अलग-अलग हैं. बीजेपी तो सुनती ही नहीं है.
बता दें कि गुजरात की 7 फीसदी दलित आबादी में जिग्नेश की अच्छी पैठ है. ऐसे में उनका कांग्रेस के साथ आना पार्टी के लिए फायदे का सौदा हो सकता है.
‘मेवानी रख चुके हैं अपनी मांग’
कांग्रेस प्रवक्ता मनीष दोशी के मुताबिक, जिग्नेश मेवानी और दूसरे दलित नेता पहले ही गुजरात कांग्रेस प्रभारी अशोक गहलोत से मुलाकात कर चुके हैं. इन नेताओं ने अपनी कुछ मांगे भी रखी हैं.
इससे पहले मेवानी ने कहा था कि वो राहुल गांधी से तभी मुलाकात करेंगे जब उन्हें दलित समुदाय की मांगों पर पार्टी के रूख के बारे में बातचीत के लिए बुलाया जाएगा. उन्होंने गुरुवार को कहा था कि मैं ये साफ करना चाहता हूं कि न तो मैं कांग्रेस में शामिल हुआ हूं और न ही भविष्य में बीजेपी में शामिल होने जा रहा हूं.
अभी तक तो किसी भी पार्टी में शामिल होने का मेरा कोई इरादा नहीं है. मेवानी राज्य की बीजेपी सरकार के आलोचक रहे हैं.
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