ADVERTISEMENTREMOVE AD

गरीब खुद को संगठित करें, अपने अधिकारों के लिए लड़ना होगा: राहुल

राहुल ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार सभी छोटे और मध्यम उद्यमों को व्यवस्थित रूप से नष्ट कर रही है

story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

मछुआरा समुदाय को आकर्षित करने के अपने चुनाव अभियान के तहत, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने देश में गरीबों से एकजुट होने और केंद्र की सत्तारूढ़ बीजेपी से उनके अधिकारों की मांग के लिए संगठित होने की अपील की. यहां पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी के साथ तटीय गांव मुथेलपेट में मछुआरों के साथ संवाद करते, गांधी ने आरोप लगाया कि केंद्रीय सरकार सभी छोटे और मध्यम उद्यमों को व्यवस्थित रूप से नष्ट कर रही है, क्योंकि वे चाहते हैं कि उन्हें एक या दो बड़े कॉरपोरेट संस्थानों द्वारा नियंत्रित किया जाए.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

हमारे आपस में लड़ने से सरकार को मिलता है साहस

"केंद्र सरकार को इतना साहस मिलता है क्योंकि देश के गरीब अव्यवस्थित क्षेत्र में हैं. हम आपस में लड़ने में व्यस्त हैं. जबकि अमीर बहुत संगठित हैं और एकजुट होकर लड़ते हैं. कोविड महामारी के दौरान भी, ये अमीर 1.5 लाख करोड़ रुपये के ऋण को सुरक्षित करने में सक्षम थे. जबकि दूसरी ओर गरीबों को उनके बस या रेल किराया के लिए भुगतान करने के लिए कहा गया, जबकि वे उसी अवधि के दौरान पलायन कर रहे थे."

उन्होंने कहा, "केंद्र सरकार पूरी तरह से भूल गई है कि किसान देश की रीढ़ हैं, जबकि मैं मछुआरों को समुद्र का किसान मानता हूं."

इस बात पर जोर देते हुए कि एसएमई क्षेत्र की सुरक्षा के बारे में कांग्रेस पार्टी के विचार अलग हैं, उन्होंने जोर देकर कहा कि पार्टी छोटे और मध्यम व्यवसायों को मजबूत करना चाहती है जो इस देश की ताकत हैं.

उन्होंने कहा, "मोदी सरकार चाहती है कि एक या दो बहुत अमीर लोग समुद्र को नियंत्रित करें, लेकिन कांग्रेस लाखों मछुआरों को इसे नियंत्रित करने देना चाहती है."

अधिकांश मछुआरों ने इस दौरान मांग की कि उनके समुदाय को नौकरी और बेहतर शिक्षा के अवसर प्राप्त करने के लिए अनुसूचित जनजाति श्रेणी के तहत लाया जाए.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×