कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अलवर गैंगरेप पीड़िता और उनके परिवार से मुलाकात की. उन्होंने इस मुलाकात के दौरान पीड़िता को न्याय दिलाने की बात कही. उन्होंने आश्वासन दिया कि इस मामले की पूरी जांच की करवाने के बाद दोषियों को कड़ी सजा दी जाएगी. राहुल गांधी ने कहा कि यहां मैंने जो कुछ भी कहा है उसे पूरा करूंगा.
घटना पर राजनीति नहीं
अलवर गैंगरेप पीड़िता से मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने साफ किया कि वो इस मुद्दे पर राजनीति नहीं करना चाहते हैं. ये मामला उनके लिए भावुक है राजनीति का नहीं. उन्होंने कहा, पीड़िता को न्याय जरूर मिलेगा. हम ऐसी चीजें अपने समाज में बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं. मुझे जैसे ही इस मामले के बारे में पता चला तो मैंने सीएम अशोक गहलोत से बात की. हम न सिर्फ राजस्थान बल्कि पूरे देश की जनता को कड़ा मैसेज देना चाहते हैं जिससे ऐसी घटनाएं दोबारा न हों.
अलवर गैंगरेप मामले में सियासत काफी तेज हो चुकी है. बीजेपी लगातार इस केस को लेकर राजस्थान सरकार पर हमलावर है. पीएम मोदी भी कई बार इस घटना का जिक्र करते हुए मायावती पर निशाना साध चुके हैं. पीएम ने माया से राजस्थान सरकार से अपना समर्थन वापस लेने की बात कही थी
राहुल गांधी के साथ इस मौके पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी मौजूद रहे. उनके अलावा राजस्थान के डिप्टी सीएम सचिन पायलट, प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे और कांग्रेस के अलवर से लोकसभा उम्मीदवार जितेंद्र भंवर सिंह भी यहां मौजूद रहे. इससे पहले राहुल गांधी बुधवार को अलवर आने वाले थे, लेकिन खराब मौसम के चलते उन्हें अपना प्लान रद्द करना पड़ा.
राहुल गांधी ने पीड़िता और उनके परिवार को वादा किया कि दंपत्ति को उचित रोजगार दिया जाएगा. जिसके बाद पीड़िता और उनके पति किसी ऐसी जगह जाकर रह सकें जहां उन्हें कोई जानने वाला न हो.
मायावती ने दी थी चेतावनी
मायावती पर बीजेपी और अन्य पार्टियों की तरफ से अलवर मामले को लेकर बढ़ते दबाव के बाद उन्होंने राजस्थान सरकार को चेतावनी दी थी. उन्होंने कहा था कि वो इस घटना को लेकर काफी चिंतित हैं. लेकिन अगर राजस्थान सरकार ने इस केस में आरोपियों पर उचित कार्रवाई नहीं की तो वो राज्य सरकार से अपना समर्थन वापस ले सकती हैं.
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