कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने एक बार फिर बीजेपी और आरएसएस पर उनकी विचारधारा को लेकर निशाना साधा है. राहुल गांधी ने कहा कि, बीजेपी-आरएसएस की नफरत वाली विचारधारा ने कांग्रेस की राष्ट्रवादी और प्यार वाली विचारधारा को छिपा दिया है.
आज विचारधारा की लड़ाई जरूरी- राहुल
राहुल गांधी वर्धा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के एक ट्रेनिंग प्रोग्राम से वर्चुअली जुड़े थे. जिस दौरान उन्होंने ये बात कही. उन्होंने कहा कि हमें इस बात को स्वीकार करना चाहिए कि उनकी नफरत भरी विचारधारा ने हमारी विचारधारा को दबा दिया है. हमारी विचारधारा को मिटाया नहीं है, लेकिन उनके हाथ में मशीनरी है. उन्होंने कहा,
"साल 2014 से पहले विचारधारा की लड़ाई फोकस्ड नहीं थी. आज के हिंदुस्तान में विचारधारा की लड़ाई सबसे जरूरी लड़ाई हो गई है. ये जो हमारी विचारधारा है, उसे हम कांग्रेस की विचारधारा कहते हैं, लेकिन ये हमसे काफी ज्यादा पुरानी है."
राहुल ने आगे कहा कि, " शिव, गुरुनानक और कबीर जैसे लोग बताते हैं कि हमारा क्या इतिहास रहा है. इसके बाद गांधी जी की विचारधारा ने भी हमें यही बताया. हमें ये देखना होगा कि ये सब लोग किस चीज के लिए खड़े थे. हिंदू और हिंदुत्व में काफी अंतर है. अगर ये दोनों एक ही हैं दो इनके अलग-अलग नाम क्यों हैं? हमें इन सभी चीजों को ही समझना होगा."
हिंदू और हिंदुत्व में फर्क
राहुल गांधी ने कहा कि, क्या किसी सिख या फिर मुस्लिम को पीटना हिंदू धर्म है?, नहीं बल्कि ये हिंदुत्व है. क्या अखलाक की हत्या करना हिंदू धर्म है? मैंने ये सब किसी भी धर्म में नहीं देखा. लेकिन मैंने ये सब कुछ हिंदुत्व में देखा है. अगर आप हिंदू हैं तो फिर हिंदुत्व की क्या जरूरत है. हमारी विचारधारा गांधी हैं और उनकी विचारधारा सावरकर हैं.
राहुल ने कहा कि, हमें इस तरह के हमलों को रोकना होगा. हमें पहले इस विचारधारा को खुद समझना होगा, उसके बाद ये खुद ही फैलता चला जाएगा. कांग्रेस कार्यकर्ताओं का यही मिशन होना चाहिए. इस विचारधारा को कोने
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