पाटीदार आंदोलन के नेता रहे हार्दिक पटेल ने कांग्रेस में शामिल होने का ऐलान कर दिया है. वे 12 मार्च को राहुल गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्यता लेंगे. बता दें 12 मार्च को कांग्रेस वर्किंग कमेटी की मीटिंग होने वाली है. इसके बाद राहुल गांधी गांधीनगर के अदालज इलाके में रैली करेंगे.
लेकिन हार्दिक के लोकसभा चुनाव लड़ने को लेकर अभी कुछ भी तय नहीं कहा जा सकता. हार्दिक केवल तभी चुनाव लड़ सकते हैं, जब उनकी कानूनी मुश्किलें दूर हो जाएं.
बता दें उन्हें 2015 के पाटीदार कोटा आंदोलन के दौरान हुई हिंसा के मामले में दोषी ठहराया गया था. इसके बाद उन्हें दो साल की जेल भी हुई थी.
हार्दिक पटेल ने सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर लिखा, समाज और देश के लिए मेरे लक्ष्यों को साकार करने के मैं 12 मार्च को राहुल गांधी और दूसरे सीनियर नेताओं की मौजूदगी में कांग्रेस ज्वाइन करुंगा. उन्होंने आगे लिखा,
अगर कोई कानूनी अड़चन नहीं आती और पार्टी मुझे चुनावी मैदान में उतारने का फैसला करती है तो मैं पार्टी के फैसला का समर्थन करुंगा. मैं 125 करोड़ भारतीयों की सेवा करने के लिए यह कदम उठा रहा हूं.हार्दिक पटेल
पिछले साल जुलाई में मेहसाणा जिले के विसनगर कोर्ट ने उन्हें दंगों और आगजनी का दोषी ठहराते हुए दो साल की सजा सुनाई थी.
इसके बाद पटेल ने हाईकोर्ट में लोअर कोर्ट के फैसले के खिलाफ गुहार लगाई थी. फिलहाल उनकी सजा को लंबित कर दिया गया है, लेकिन उनको निर्दोष बरी नहीं किया गया है.
इससे पहले शुक्रवार को हार्दिक पटेल ने कांग्रेस में शामिल होने का संकेत दिया था. उन्होंने पहले भी लोकसभा चुनाव लड़ने के संकेत दिए थे. कांग्रेस स्टेट प्रेसिडेंट अमित चावड़ा का मानना है कि हार्दिक की एंट्री से पार्टी को मजबूती मिलेगी. वहीं मुख्यमंत्री विजय रूपानी का कहना है कि यह साबित करता है कि हार्दिक पटेल कांग्रेस का मोहरा थे.
हम बहुत पहले से ये कह रहे हैं. अब यह बात साबित भी हो गई है कि हार्दिक कांग्रेस का ही मोहरा हैं. उनका प्रदर्शन कांग्रेस की डिमांड पर हुआ था. उन्होंने पाटीदार लोगों के साथ धोखा किया. चुनावों में पाटीदार समुदाय उन्हें इसका जवाब देगा.विजय रूपानी, मुख्यमंत्री, गुजरात
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