अगले लोकसभा चुनाव से पहले महाराष्ट्र में नए समीकरणों की बुनियाद रखने की कोशिश तेज हो गई है. चुनावी गठबंधनों की संभावनाएं टटोली जा रही हैं. शनिवार को मुंबई में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे और एनसीपी चीफ शरद पवार की मुलाकात को इस लिहाज से अहम माना जा रहा है.
पवार से राज ठाकरे की मुलाकात महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव से पहले पार्टियों की नई मोर्चेबंदी का खुलासा कर सकती है. रविवार को गुड़ी पड़वा के दिन राज ठाकरे जब अपनी नई राजनीतिक भूमिका का खुलासा करेंगे तो इस मुलाकात का असर उसमें दिख सकता है.
क्या UPA के नजदीक जा रहे है राज ठाकरे ?
राज ठाकरे की एनसीपी प्रमुख शरद पवार से यह दूसरी मुलाकात है. कुछ दिनों पहले पुणे में राज ठाकरे और शरद पवार एक मंच पर नजर आए थे. राज ने शरद पवार का इंटरव्यू भी किया था. पवार पिछले कुछ दिनों से महाराष्ट्र की कई छोटी पार्टियों को साथ लेने की कोशिश में है. 28 मार्च को इन पार्टियों के प्रमुख नेताओं के साथ वह एक बैठक भी करने जा रहे हैं.
ऐसे में सवाल ये है कि क्या इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए एमएनएस प्रमुख को भी न्योता दिया गया है.
कार्टूनों के जरिये मोदी पर हमले
राज ठाकरे के फेसबुक पेज पर नजर डालें तो साफ है कि प्रधानमंत्री मोदी पर राज ठाकरे का भरोसा कम हुआ दिखाई देता है.
राज का हर दूसरा कार्टून फिलहाल मोदी या बीजेपी पर हमला बोलने वाला रहा है. राज के कार्टूनों में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के प्रति सॉफ्ट रवैया नजर आ रहा है.
पर्दे के पीछे कांग्रेस MNS गठजोड़?
कांग्रेस और एमएनएस का सीधे तौर पर साथ आना फिलहाल थोड़ा मुश्किल इसलिए भी लग रहा है क्योंकि एमएनएस और राज ठाकरे की छवि उत्तर भारतीय विरोधी रही है. लेकिन एनसीपी के साथ समझौते के तहत अगर राज ठाकरे UPA का हिस्सा बनते हैं तो एमएनएस को महाराष्ट्र के शहरी इलाकों में इसका फायदा मिल सकता है.
फायर ब्रांड नेता हैं राज ठाकरे
शिवसेना प्रमुख बाला साहब ठाकरे के बाद महाराष्ट्र में राज ठाकरे सबसे फायर ब्रांड नेता माने जाते हैं. उनकी सभाओं में उन्हें सुनने के लिए भारी भीड़ जुटती है. अगर राज ठाकरे UPA के साथ आते हैं तो मोदी पर हमला करने वाला एक फायर ब्रांड नेता कांग्रेस के पाले में होगा.
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