ADVERTISEMENTREMOVE AD

रामपुर उपचुनाव: आजम खान का किला भेदने वाले आकाश सक्सेना कौन हैं?

Rampur Byelection Results: क्या Azam Khan को पहले से पता था कि रामपुर में चुनाव इस बार समाजवादी पार्टी नहीं जीतेगी?

छोटा
मध्यम
बड़ा

एक समय था जब उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) का रामपुर (Rampur Bypolls) जिला आजम खान (Azam Khan) के गढ़ के नाम से जाना जाता था. आजम खान का इस जनपद में इतना वर्चस्व था कि जिस नेता को उनका साथ मिलता उसकी जीत लगभग निश्चित हो जाती थी.

लेकिन इस बार आजम खान हेट स्पीच मामले में सजा होने के बाद अपनी सीट तो पहले ही गंवा चुके थे, अब उसी सीट पर अपना वर्चस्व भी गंवाते दिख रहे हैं.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

आजम खान ने अपनी विधायकी जाने के बाद उपचुनाव में अपने बहुत ही करीबी साथी आसिम राजा पर विश्वास जताया था, जिन्हें बीजेपी के आकाश सक्सेना ने हरा दिया. और इसी हार के साथ समाजवादी पार्टी का वर्चस्व रामपुर से खत्म होने की ओर जाता नजर आया.

रामपुर जनपद में समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान लगातार 4 बार से विधायक रहे. इसी सीट पर पहली बार बीजेपी के प्रत्याशी आकाश सक्सेना ने जीत हासिल की. आसिम राजा को जिताने के लिए आजम खान ने खुद जनपद में अलग-अलग स्थानों पर उनके समर्थन में जनसभाएं की. जनसभाओं में आजम खान ने कई बयान दिए, उन्हें सुनने के लिए लोगों की भारी भीड़ भी आई थी, लेकिन उसे वोटों में तब्दील नहीं करा पाए. हालांकि उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन ने वोटर्स को निकलने से रोका.

कौन हैं आकाश सक्सेना? 

अब तक एक सवाल आपके जेहन में भी आ गया होगा कि आजम खान के किले में अपनी पार्टी का झंडा लहराने वाले आकाश सक्सेना आखिर हैं कौन?

तो बस इतना समझ लीजिए कि आजम खान के सपनों में आने वाले शख्स हैं आकाश सक्सेना. पासपोर्ट से लेकर हेट स्पीक तक आजम खान की मुश्किलें बढ़ाने वाले आकाश सक्सेना ही हैं. साल 2019 में स्वार सीट से विधायक आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम की सदस्यता गई थी. इसके पीछे भी आकाश का ही हाथ था.

आकाश सक्सेना ने ही अब्दुल्ला के फर्जी प्रमाण पत्र का मामला उठाया था. अब उन्होंने आजम के राजनीतिक करियर पर भी ग्रहण लगा दिया है. आजम खान के ऊपर दर्ज कुल 87 मुकदमों में से 43 आकाश ने ही दर्ज करवाए हैं.

आजम को पता था कि नहीं जीतेंगे चुनाव? 

वरिष्ठ पत्रकार जयप्रकाश बताते हैं कि रामपुर उपचुनाव में जो नतीजे आए वो बिल्कुल भी चौंकाने वाले नहीं हैं. क्योंकि ये उपचुनाव था और रिकॉर्ड कम मतदान इस बात का इशारा था कि यहां से बीजेपी सीट निकाल ले जाएगी. खुद आजम खान को भी इस बात का एहसास था कि ऐसा होगा इसलिए लोकसभा उपचुनाव में हार चुके आसिम राजा को उम्मदीवार बनाया. जबकि कयास यही लगाए जा रहे थे कि अगर जीत की उम्मीद होती तो आजम अपने परिवार से किसी को चुनाव लड़वाते.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

रामपुर में समाजवादी पार्टी के आजम खान ने 2022 विधानसभा चुनाव में आकाश को हराकर जीत हासिल की थी. आजम खान ने आकाश सक्सेना को 55 हजार 141 वोटों से हराया था.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×