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कांग्रेस में थम नहीं रहे इस्तीफे, अब यूपी में 30 से ज्यादा इस्तीफे

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के इस्तीफे पर अड़े होने की वजह से पार्टी में इस्तीफों का दौर रुक ही नहीं रहा.

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कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के इस्तीफे पर अड़े होने की वजह से पार्टी में इस्तीफों का दौर रुक ही नहीं रहा. अब राहुल गांधी के लिए अपना समर्थन जताते हुए यूपी कांग्रेस के 30 से ज्यादा पदाधिकारियों ने इस्तीफा दे दिया है. पार्टी की ओर से जारी बयान के मुताबिक, हाल में हुए लोकसभा चुनाव में निराशाजनक नतीजे आने और राहुल गांधी के इस्तीफा दिये जाने के कारण प्रदेश कांग्रेस विधानमंडल दल की उपनेता और प्रदेश कांग्रेस महामंत्री आराधना मिश्रा ‘मोना’, वरिष्ठ उपाध्यक्ष और पूर्व मंत्री रणजीत सिंह जूदेव और उपाध्यक्ष आर पी त्रिपाठी ने भी अपने-अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है.

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किस-किसने दिया इस्तीफा?

इस्तीफा देने वालों में प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के को-ऑर्डिनेटर राजीव बख्शी, संयुक्त मीडिया को-ऑर्डिनेटर पीयूष मिश्रा, प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री और प्रवक्ता ओंकारनाथ सिंह और महामंत्री विनोद मिश्रा भी शामिल हैं.

इसके अलावा पार्टी प्रदेश महामंत्री और पूर्व विधायक सतीश अजमानी, श्यामकिशोर शुक्ल, महामंत्री हनुमान त्रिपाठी, महामंत्री और प्रवक्ता द्विजेन्द्र त्रिपाठी, संगठन मंत्री शिव पाण्डेय, सचिव एवं प्रवक्ता पंकज तिवारी, प्रवक्ता बृजेन्द्र कुमार सिंह, प्रवक्ता मंजू दीक्षित और सोशल मीडिया प्रभारी संजय सिंह समेत कुल 35 पदाधिकारियों ने भी चुनाव में हार की जिम्मेदारी लेते हुए अपने-अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है.

28 जून को भी हुए धड़ाधड़ इस्तीफे

इससे पहले अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के कई सचिवों, कई राज्य इकाइयों के पदाधिकारियों और युवा कांग्रेस और महिला कांग्रेस के कई पदाधिकारियों ने इस्तीफे दे दिए हैं. युवा कांग्रेस और महिला कांग्रेस के कुछ पदाधिकारियों ने गांधी के समर्थन में इस्तीफा देने को लेकर हस्ताक्षर मुहिम भी शुरू की है. दिल्ली कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश लिलोठिया भी उन नेताओं में शामिल हैं जिन्होंने गांधी के समर्थन में इस्तीफा दिया है.

27 जून को कांग्रेस के कानून और आरटीआई सेल के चेयरमैन विवेक तंखा ने पद से इस्तीफा दे दिया था. तंखा ने इस्तीफा देते हुए कहा था कि सभी नेताओं को अपने पद छोड़ देने चाहिए ताकि राहुल गांधी अपनी नई टीम बना सकें.

25 मई को राहुल गांधी ने की थी इस्तीफे की पेशकश

लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद 25 मई को हुई पार्टी कार्य समिति की बैठक में राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश की थी. हालांकि कार्य समिति के सदस्यों ने उनकी पेशकश को खारिज करते हुए उन्हें बदलाव के लिए अधिकृत किया था.

इसके बाद से गांधी लगातार इस्तीफे की पेशकश पर अड़े हुए हैं. गुरुवार को भी राहुल गांधी ने पार्टी के महासचिव केसी वेणुगोपाल से ये साफ किया था कि वो अपना इस्तीफा वापस नहीं लेंगे.हालांकि पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने उनसे आग्रह किया है कि वो कांग्रेस का नेतृत्व करते रहें.

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