महाराष्ट्र के वरिष्ठ राजनेता शरद पवार ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है. इस्तीफे का एलान करते हुए एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने एक बयान जारी किया और जानकारी दी कि NCP के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के लिए पार्टी सदस्यों की एक समिति बनेगी. उन्होंने वह भी बताया है कि वे सार्वजनिक जीवन से संन्यास नहीं ले रहे हैं.
चार बार के महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री शरद पवार ने मुंबई में अपनी आत्मकथा लॉन्च के कार्यक्रम में अपने इस्तीफे की घोषणा की.
शरद पवार 1999 में एनसीपी के गठन के बाद से (पिछले 24 सालों से) राष्ट्रीय अध्यक्ष थे.
शरद पवार ने अपने आगे के प्लान के बारे में जानकारी देते हुए कहा है कि "मेरे पास संसद में राज्यसभा की सदस्यता के तीन साल बचे हैं, इस दौरान मैं कोई जिम्मेदारी नहीं लेने के साथ महाराष्ट्र और भारत से संबंधित मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करूंगा. 1 मई 1960 से 1 मई 2023 तक के लंबे सार्वजनिक जीवन के बाद एक कदम पीछे हटना जरूरी है. इसलिए मैंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने का फैसला किया है."
"हालांकि, मैं शिक्षा, कृषि, सहयोग, खेल और संस्कृति सहित अन्य क्षेत्रों में और अधिक करने का इरादा रखता हूं. मैं युवाओं, छात्रों, श्रमिकों, दलितों, आदिवासियों और समाज के अन्य कमजोर वर्गों से संबंधित मुद्दों पर भी ध्यान दूंगा."
एनसीपी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव पर शरद पवार ने क्या कहा?
शरद पवार ने कहा है कि यह नई पीढ़ी के लिए पार्टी उस दिशा में मार्गदर्शन करने का समय है, जिस दिशा में वह जाना चाहती है. मैं सिफारिश कर रहा हूं कि अध्यक्ष पद के रिक्त पद के चुनाव पर फैसला लेने के लिए एनसीपी सदस्यों की एक समिति गठित की जानी चाहिए.
समिति में निम्नलिखित सदस्य होने चाहिए:
प्रफुल्ल पटेल
सुनील तटकरे
के.के. शर्मा
पी.सी. चाको
अजित पवार
जयंत पाटिल
सुप्रिया सुले
छगन भुजबल
दिलीप वाल्से पाटिल
अनिल देशमुख
राजेश टोपे
जितेंद्र आव्हाड
हसन मुश्रीफ
धनंजय मुंडे
जयदेव गायकवाड़
फौजिया खान, अध्यक्ष, राष्ट्रवादी महिला कांग्रेस
धीरज शर्मा, अध्यक्ष, राष्ट्रवादी युवा कांग्रेस
सोनिया दूहन, अध्यक्ष, राष्ट्रवादी युवा कांग्रेस, राष्ट्रवादी छात्र कांग्रेस
"यह कमेटी अध्यक्ष के चयन पर फैसला करेगी. यह पार्टी संगठन के विकास के लिए, पार्टी की विचारधारा और लक्ष्यों को लोगों तक ले जाने के लिए, और लोगों की सेवा करने के लिए, जैसा वे उचित समझे, प्रयास करना जारी रखेंगे."
एनसीपी नेताओं ने किया विरोध
शरद पवार की घोषणा के बाद, एनसीपी के कई नेता और कार्यकर्ता अपने पैरों पर खड़े हो गए और नारेबाजी करते हुए मांग की कि एनसीपी सुप्रीमो अपने फैसले को वापस लें. उन्होंने कहा कि “हम साहेब के फैसले को स्वीकार नहीं करते हैं. हम आपसे इसे वापस लेने का आग्रह करते हैं. जब तक आप ऐसा नहीं करेंगे, हम आगे नहीं बढ़ेंगे.'
एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि पार्टी के नेताओं ने उनसे "हाथ जोड़कर" अपना फैसला बदलने का अनुरोध किया है. भावुक राज्य एनसीपी प्रमुख जयंत पाटिल ने कहा कि पार्टी शरद पवार के बिना काम करने में असमर्थ होगी. उनका शीर्ष पर बने रहना न केवल राज्य के लिए बल्कि देश के लिए भी महत्वपूर्ण है. यह अचानक फैसला नहीं लिया जा सकता, उन्हें ऐसा फैसला लेने का कोई अधिकार नहीं है.
इस्तीफे का विरोध कर रहे पार्टी कार्यकर्ताओं से शरद पवार ने कहा कि मैं आपके साथ हूं, लेकिन एनसीपी प्रमुख के तौर पर नहीं. आइए हम सब मिलकर काम करें, लेकिन मेरा इस्तीफा स्वीकार करें.
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