शिवसेना सांसद संजय राउत ने बुधवार को कहा कि बीजेपी नेता उदयनराजे भोंसले को इस बात का प्रमाण देना चाहिए कि वह छत्रपति शिवाजी के वंशज हैं. साथ ही राउत ने इस बात पर जोर दिया कि मराठा राजा पर किसी का मालिकाना अधिकार नहीं है.
राउत ने ये भी कहा कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार 'जाणता राजाट (बुद्धिमान राजा) हैं क्योंकि महाराष्ट्र के लोगों ने उन्हें यह शीर्षक दिया है.
एक कार्यक्रम के दौरान पुणे में मीडिया से बात करते हुए शिवसेना नेता ने इस बात का भी खुलासा किया कि उन्होंने 1993 में मुंबई बम धमाकों के मास्टरमाइंड अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से एक बार मुलाकात की थी और उसे 'फटकार' लगाई थी. इसके साथ ही उन्होंने राहुल गांधी को भी सलाह दी कि कांग्रेस नेता को पार्टी दफ्तर में '15 घंटे' बिताने चाहिए.
महाराष्ट्र में पिछले साल राउत की पार्टी ने एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर गठबंधन सरकार बनाई है और कहा कि क्या बोलना है यह भोंसले का अधिकार है क्योंकि वह अब बीजेपी में हैं और एक विपक्षी नेता के तौर पर अपनी राय रख रहे हैं.
क्या है पूरा विवाद?
बीजेपी नेता जय भगवान गोयल की लिखी किताब 'आज के शिवाजी: नरेंद्र मोदी' को लेकर उठे विवाद के बीच भोंसले ने मंगलवार को कहा था, "हर बार यह कहा जाता है कि वंशजों से पूछिए. शिवसेना की जब स्थापना हुई थी तब शब्द 'शिव' का इस्तेमाल किया गया, क्या आप आए थे और वंशजों से पूछा था?"
भोंसले की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर राउत ने कहा, "उन्हें यह सबूत देना चाहिए कि वह छत्रपति शिवाजी के वंशज हैं." राउत ने कहा कि शिवाजी महाराज को 'भगवान माना जाता है' और कोई भगवान के पास नहीं जाता और पूजा करने से पहले उन्हें बताता नहीं है.
शिवसेना के राज्यसभा सदस्य ने कहा, "शिवाजी महाराज पर किसी का मालिकाना हक नहीं है."
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