सीएम योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सोनभद्र गोलीकांड के लिये कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के नेताओं को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि उन्हें इसकी सजा के लिये तैयार रहना चाहिए. योगी ने सोनभद्र के उम्भा गांव में बुधवार को जमीन पर कब्जे को लेकर हुई गोलीबारी में मारे गये लोगों के परिजन से मुलाकात के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पर परोक्ष रूप से हमला करते हुए कहा कि उनकी सरकार इस वारदात की तह तक जाएगी और 'घड़ियाली आंसू' बहाने वालों का पर्दाफाश करेगी.
18.50 लाख के आर्थिक मदद का ऐलान
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि हत्याकांड में मारे गये लोगों के परिजन को मुआवजा 5 लाख से बढ़ाकर 18.50 लाख रुपये कर दिया गया है. वहीं, घायलों को अब 50 हजार से बढ़ाकर 2.50 लाख रुपये मुआवजे के तौर पर दिए जाएंगे. उन्होंने समाजवादी पार्टी पर भी हमला करते हुए कहा, ''ये बात सामने आयी है कि इस मामले की तह में कांग्रेस के नेताओं का पाप है. जिन लोगों ने यह पाप किया, उनकी समाजवादी पार्टी के साथ आर्थिक साझेदारी रही है. इस घटना का आरोपी यज्ञदत्त समाजवादी पार्टी का सक्रिय कार्यकर्ता है, जबकि उसका भाई बीएसपी नेता है.''
योगी ने एक सवाल पर कहा कि कांग्रेस और एसपी नेता इस पाप के लिये जिम्मेदार हैं और इसकी सजा के लिये उन्हें तैयार भी रहना चाहिए. मालूम हो कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने करीब 30 घंटे तक मिर्जापुर के चुनार गेस्ट हाउस में हिरासत में रहने के दौरान शनिवार को सोनभद्र हत्याकांड के पीड़ित परिवारों से मुलाकात की थी.
29 लोगों की हो चुकी है गिरफ्तारी
बता दें कि इससे पहले सीएम ने शुक्रवार को विधानसभा में कहा था कि इस मामले में अबतक 29 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और चार अधिकारियों को निलंबित किया जा चुका है.
सोनभद्र हत्याकांड के बाद राज्य की सियासत भी काफी गर्म है. सीएम योगी आदित्यनाथ से पहले कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी पीड़ित परिवार से मिलने पहुंची थी. उन्हें पुलिस ने हिरासत में भी लिया था, जिसके बाद वो धरने पर बैठ गई थी, शनिवार को 24 घंटे के बाद उन्होंने अपना धरना खत्म किया था. शनिवार सुबह को ही पीड़ितों के परिवारवाले से प्रियंका गांधी मिलीं और हरसंभव मदद का वादा किया था.
क्या है पूरा मामला?
17 जुलाई को सोनभद्र में 10 आदिवासियों की हत्या कर दी गई. एक जमीन पर कब्जे के लिए बाहर से 32 ट्रैक्टरों में 300 लोगों ने करीब एक घंटे तक आदिवासियों पर गोलियां बरसाईं. इसमें तीन महिलाओं समेत 10 लोग मारे गए और 21 लोग घायल हो गए. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोनभद्र नरसंहार के लिए कांग्रेस पार्टी को जिम्मेदार ठहराया था. उन्होंने कहा था कि इस घटना की नींव 1955 में ही पड़ गई थी, उस वक्त प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी. विधानसभा में भी इस मामले को लेकर जमकर हंगामा हुआ था.
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