सोनिया गांधी ने कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश की है. कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की सोमवार को बैठक होने वाली है. हालांकि, पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ऐसी रिपोर्ट्स को खारिज किया है.
दरअसल, इंडियन एक्सप्रेस ने एक खबर प्रकाशित की है जिसमें लिखा गया है कि कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने एक चिट्ठी लिखकर कांग्रेस में ऊपर नीचे तक बदलाव की मांग की है.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इस लेटर के जवाब में सोनिया गांधी ने कहा है कि सभी को एकजुट रहना चाहिए और पार्टी के लिए नए अध्यक्ष को ढूंढना चाहिए. रिपोर्ट के मुताबिक सोनिया ने दस अगस्त हुई CWC की बैठक में भी कहा था कि वो अब आगे पार्टी की कमान संभालना नहीं चाहतीं. ये बात उन्होंने तब कही थी जब पार्टी के नेताओं ने उनसे दोबारा कांग्रेस अध्यक्ष पद संभालने के लिए आग्रह किया. सोनिया ने अपने जवाब में कहा है कि उन्होंने तो अंतरिम अध्यक्ष पद संभालते वक्त भी कहा था कि पार्टी अध्यक्ष की तलाश की जानी चाहिए और उसे गांधी परिवार से बाहर का होना चाहिए.
पिछले साल के अगस्त महीने से ही सोनिया गांधी पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष पद पर हैं. बता दें सोनिया गांधी ने 2019 चुनावों में हार के चलते राहुल गांधी के अध्यक्ष पद से हटने के बाद अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर कमान संभाली थी.
25 मई को पार्टी अध्यक्ष पद छोड़ते हुए राहुल गांधी ने भी कहा था कि अगला अध्यक्ष गांधी परिवार से बाहर का होना चाहिए. हाल ही में एक किताब में प्रियंका गांधी के हवाले से कहा गया था कि वो गांधी परिवार से बाहर के व्यक्ति को अध्यक्ष के तौर पर स्वीकारने को तैयार हैं.
पार्टी के नेताओं की क्या राय है?
बदलाव वाले लेटर पर पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि कुछ नेताओं ने पार्टी नेतृत्व पर जो सवाल उठाए हैं, उसके लिए ये सही वक्त नहीं है. ये वक्त है बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के खिलाफ मजबूत विपक्ष के तौर पर खड़े होने की, जिसने देश के संवैधानिक और लोकतांत्रिक सिद्धांतों को ध्वस्त कर दिया है.
इस बीच छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने भी लेटर लिखकर राहुल गांधी से अध्यक्ष पद संभालने की अपील की है.
राज्य सभा सांसद पी.एल. पुनिया ने कहा, हम राहुल गांधी को फिर से अध्यक्ष बनाने की मांग करते हैं. पार्टी के दूसरे गुट की भी यही राय है.
कांग्रेस पार्टी से निलंबित प्रवक्ता संजय झा ने कहा, करीब 300 कांग्रेसी नेताओं ने इस पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं. ये नेता देश के हर कोने से हैं. लेकिन सिर्फ 23 नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं.
लेटर में क्या लिखा है?
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, यह लेटर 15 दिन पहले लिखा गया था. लेटर में 'पूर्णकालीन' और एक प्रभावी नेतृत्व की मांग की गई है, जो जमीन पर "सक्रिय और दिखाई" दे.
लेटर में बीजेपी के उत्थान पर चिंता जताई गई है और पार्टी के लिए एक फुल-टाइम अध्यक्ष बनाए जाने की मांग की गई है.
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