अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने तीसरे मोर्चे को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि वे फेडरल फ्रंट के लिए तेलंगाना के मुख्यमंत्री और टीआरएस चीफ के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) से मिलेंगे. इससे साथ ही उन्होंने कांग्रेस के साथ चुनाव न लड़ने का भी संकेत दिया है.
कांग्रेस से नाराज हैं अखिलेश?
मध्य प्रदेश में एसपी के इकलौते विधायक को मंत्री न बनाए जाने से अखिलेश कांग्रेस से नाराज दिखे. अखिलेश ने कहा, ''बीजेपी के साथ-साथ कांग्रेस का भी धन्यवाद. एमपी में हमारे एकमात्र विधायक को मंत्री नहीं बनाया गया है. ऐसे में अब हमारा रास्ता साफ है.''
इसके साथ ही अखिलेश ने कहा:
2019 के लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन जरूर होगा. बीजेपी को सत्ता से हटाने के लिए सभी दलों को एक साथ आना चाहिए.अखिलेश यादव
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ये है केसीआर का मिशन
बता दें कि केसीआर लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए गैर-बीजेपी और गैर-कांग्रेस दलों का गठबंधन बनाने के लिए इन दिनों अलग-अलग क्षेत्रीय दलों के नेताओं से मिल रहे हैं. इसी क्रम में उन्होंने हाल में ही ओडिशा के मुख्यमंत्री और बीजेडी अध्यक्ष नवीन पटनायक से मुलाकात की. इसके बाद वह पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी चीफ ममता बनर्जी से भी मिले.
अब तक किसी भी क्षेत्रीय दल के नेता की तरफ से केसीआर के फेडरल फ्रंट से जुड़ने के बारे में कुछ भी साफ-साफ नहीं कहा गया है. ऐसे में अखिलेश अगर केसीआर से मिलने के बाद फेडरल फ्रंट से जुड़ने का फैसला करते हैं, तो यह काफी अहम बात होगी.
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