बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से मिलने पटना पहुंचे तेलंगाना के CM के चंद्रशेखर राव ने "बीजेपी मुक्त भारत" का नारा लगाया. यहां उन्होंने कहा कि "नीतीश जी के साथ बातचीत हुई और एक बात पर सहमति बनी कि किसी भी प्रकार से बीजेपी की सरकार को देश से बाहर करना है. 8 साल से नरेंद्र मोदी जी प्रधानमंत्री बने हुए हैं लेकिन हर सेक्टर में देश का विनाश हो रहा है, देश के सभी लोग परेशान हैं."
बता दें, केसीआर पहले बड़े नेता हैं, जो बिहार में JDU-RJD सरकार बनने के बाद नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव से मिलने सीधे बिहार आए हैं. हालांकि, कई नेताओं ने सरकार बनने की बधाई सोशल मीडिया और फोन करके दी थी.
केंद्र सरकार की नाकामियों की वजह से देश का काफी नुकसान हुआ है और जो राज्य अपने जगह पर खड़े होकर अच्छा काम कर रहे हैं उन्हें करने नहीं दिया जा रहा है. क्या इसका जवाब केंद्र सरकार के पास है? मोदी जी का खुद का वादा था कि 2022 तक हर गरीब का अपना मकान होगा. क्या ये सफल हुआ?केसीआर, तेलंगाना सीएम
उन्होंने आगे कहा कि आज जिस प्रकार से धर्म के नाम पर लोगों को और समाज को तोड़ने का काम किया जा रहा है तथा एक अच्छे भारत को खराब करने का जो प्रयास हो रहा है तो ये देश को कहां ले जाएगा? इसलिए देश की अर्थव्यवस्था खत्म और रुपए का मूल्य गिर गया है.
चंद्रशेखर राव ने पटना में राबड़ी देवी के आवास पर आरजेडी प्रमुख लालू यादव और बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी से मुलाकात की. वहीं, पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि देश का बुरा हाल हो रहा है. 13 महीने किसानों को क्यों धरना देना पड़ता है? चार लाख मेगा वाट की बिजली की उपलब्धि है देश में, फिर भी हमें बिजली के लिए तरसना पड़ता है. देश की अर्थव्यवस्था गिर गई है, कर्जा बढ़ गया है. उन्होंने कहा सरकार विपक्ष से कोई बात नहीं करती. लोगों को पीने का पानी तक उपलब्ध नहीं करा सकते.
यहां तक की देश के राजधानी दिल्ली में पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं है. लोगों को बिजली 24 घंटे नहीं मिलती. उनका क्या कैपेसिटी क्या है ये देश के सामने आ चुका है. केंद्र सरकार की नाकामी की वजह से देश का बहुत नुकसान हो रहा है.
वहीं, बिहार बीजेपी ने निशाना साधते हुए ट्वीट किया कि "मिलकर बैठे हैं, महफिल में जुगनू सारे, ऐलान ये है कि सूरज को हटाया जाए."
नीतीश कुमार के बीजेपी छोड़कर जाने के बाद से विपक्षी खेमे में उत्साह का माहौल है. कई लोगों को उम्मीद है कि 8 बार के मुख्यमंत्री 2024 के आम चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विपक्ष का चेहरा हो सकते हैं. बीजेपी भी नीतीश कुमार पर आरोप लगा रही है, कि उन्होंने प्रधानमंत्री पद की महत्वाकांक्षा के कारण गठबंधन तोड़ा है. बीजेपी से गठबंधन तोड़ने के बाद केसीआर पहले प्रमुख विपक्षी नेता हैं, जिन्होंने नीतीश कुमार से मुलाकात की है.
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