भारतीय जनता पार्टी के यूथ विंग में आजकल ट्विटर अकाउंट को डे वेरिफाई किए जाने के सवाल पर घमासान मचा है. कहा जा रहा है कि बीजेपी के सोशल मीडिया इंचार्ज अमित मालवीय ने यूथ विंग के कुछ नेताओं के वेरिफाइड ट्विटर अकाउंट डि वेरिफाई करवा दिए. 'द प्रिंट' में छपी खबर के मुताबिक आरोप लगाया जा रहा है कि भारतीय जनता युवा मोर्चा के आठ पदाधिकारियों के ट्विटर अकाउंट वेरिफाई होने के कुछ दिनों बाद डि-वेरिफाई हो गए.
युवा नेताओं ने कहा,अमित मालवीय ने ट्विटर अकाउंट डि-वेरिफाई करवाए
पार्टी सूत्रों के मुताबिक अहम की लड़ाई में बीजेपी के सोशल मीडिया इंचार्ज अमित मालवीय ने युवा नेताओं के ट्विटर अकाउंट डि-वेरिफाई करवा दिए. वेरिफाई ट्विटर अकाउंट के आगे ब्लू टिक (सही का निशान) लगा होता है. यह इस अकाउंट को विश्वसनीयता देता है. ट्विटर इस अकाउंट की हिस्ट्री चेक कर इसे कन्फर्म करता है.
सूत्रों का कहना है कि युवा नेताओं ने मालवीय से गुजारिश की थी तो वे ट्विटर को उनके ट्विटर अकाउंट वेरिफाई करने के लिए कह दें. लेकिन मालवीय ने यह कह कर मना कर दिया कि पार्टी सिर्फ सांसदों और विधायकों के ट्विटर अकाउंट वेरिफाई करने का रिक्वेस्ट भेजती है.
12 अक्टूबर को भारतीय जनता युवा मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष पूनम महाजन ने युवा नेताओं का ट्विटर अकाउंट वेरिफाई करवाया था. लेकिन बाद में उनके अकाउंट डि-वेरिफाई हो गए. कहा जा रहा है कि मालवीय ने बीजेपी युवा मोर्चा के नेताओं के ट्विटर अकाउंट डि-वेरिफाई करवा दिए. इस बात को लेकर पार्टी में इतना गुस्सा है सोमवार को देर तक #AntiBJPMalviya हैशटेग ट्रेंड करता रहा.
पार्टी के बड़े नेताओं तक पहुंची शिकायत
भारतीय जनता युवा मोर्चा का यह मामला बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव रामलाले (संगठन) भी यहां पहुंचा. मालवीय पर पार्टी के अंदर राजनीति करने का आरोप लगाया जा रहा है. पार्टी के एक नेता ने कहा कि युवा नेता भी पार्टी के सदस्य और पदाधिकारी हैं और वे भी कड़ी मेहनत कर रहे हैं. इसमें क्या हर्ज है कि उन्होंने किसी और नेता के जरिये अपना ट्विटर अकाउंट वेरिफाई करवा लिया.
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