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यूपी के पूर्व IPS अधिकारी अमिताभ ठाकुर गिरफ्तार, सुसाइड के लिए उकसाने का मामला

Amitabh Thakur का नाम पीड़िता ने एक वीडियो जारी कर अतुल राय और अन्य अधिकारियों के साथ लिया था

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उत्तर प्रदेश के पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर (Amitabh Thakur) को यूपी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उनके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के बाहर आत्मदाह करने वाली महिलाओं को आत्महत्या के लिए उकसाने को लेकर मामला दर्ज किया गया था, जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी हुई है. बता दें कि अमिताभ ठाकुर ने यूपी विधानसभा चुनावों में सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान किया है.

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बता दें कि दिल्ली में एक गैंगरेप पीड़िता ने सुप्रीम कोर्ट के बाहर आत्मदाह की कोशिश की थी. उस मामले में बीएसपी सांसद अतुर राय पर आरोप लगे हैं. इसके अलावा पीड़िता ने कई पुलिस अफसरों पर आरोप लगाए, जिसमें अमिताभ ठाकुर का भी नाम शामिल है.

हाउस अरेस्ट के बाद अमिताभ ठाकुर ने बोला था हमला

इससे पहले अमिताभ ठाकुर ने आरोप लगाया था कि उन्हें यूपी पुलिस ने हाउस अरेस्ट कर लिया. इसे लेकर उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ पर जमकर निशाना साधा. ठाकुर ने वीडियो जारी करते हुए कहा,

"सुबह अपने एक साथी के साथ गोरखपुर जाना चाह रहा था, जब मैं उनके आवास पर पहुंचा तो सीओ गोमती नगर और भारी संख्या में पुलिस बल वहां आ गई और कहा कि आप गोरखपुर नहीं जा सकते. उन्होंने कहा कि आपकी सुरक्षा को खतरा है. तो मैंने कहा कि फिर तो योगी आदित्यनाथ जी को कहीं नहीं जाना चाहिए, क्योंकि योगी आदित्यनाथ के बारे में कहा जाता है कि उन्हें हर किसी से खतरा है, आईएसआईएस से खतरा है. लेकिन वो जाते हैं और सुरक्षा व्यवस्था की जाती है. तो मेरे लिए भी किया जाए."

अमिताभ ठाकुर ने पुलिस द्वारा हाउस अरेस्ट और रोके जाने पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि ये चीजें बताती हैं कि योगी आदित्यनाथ मेरे इस दौरे से डर गए हैं. मुझे हास्यास्पद लग रहा है कि खुद को बड़ा नेता कहने वाले मुख्यमंत्री एक अदने आदमी से डर गए. ये तोकतंत्र की हत्या है.

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कौन हैं अमिताभ ठाकुर?

अमिताभ ठाकुर बीटेक ग्रेजुएट और IIM लखनऊ के फेलो रह चुके हैं और 1992 बैच के आईपीएस ऑफिसर हैं. लेकिन अचानक एक आदेश जारी हुआ, जिससे ठाकुर को जबरन 7 साल पहले ही रिटायरमेंट दे दिया गया. आदेश में बताया गया कि, 'अमिताभ ठाकुर को लोकहित में सेवा में बनाए रखे जाने के उपयुक्त नहीं पाया गया है'. इस आदेश के बाद अमिताभ ठाकुर ने जमकर प्रोटेस्ट किया था और इसे कोर्ट में चुनौती भी दी थी. उन्होंने अपने घर के बाहर जबरन रिटायर वाला बोर्ड भी लगा दिया था. ठाकुर ने सेवा में रहते हुए पुलिस से जुड़ी खामियों को गिनाने का काम किया.

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