समाजवादी पार्टी (एसपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि यूपी में दिनदहाड़े रेप की वारदात सामने आ रही हैं. उन्होंने कहा कि, "अंधेर नगरी चौपट राजा, रात को गांजा, देखना है तो यूपी में आजा." कृषि कानून के विरोध में किसानों के समर्थन में पहली बार महापंचायत में पहुंचे समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव अलीगढ़ के टप्पल में पूरी लय में थे.
उन्होंने किसानों के कानून के मामले में केंद्र के साथ उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को घेरा. इस दौरान उन्होंने प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाया. इस दौरान उन्होंने एक कहावत को बदले तर्ज में बोला. उन्होंने कहा कि बहुत पुरानी कहावत है, "अंधेर नगरी चौपट राजा, लेकिन उत्तर प्रदेश में इसको बदला जा रहा है. उत्तर प्रदेश में हो रहा है कि अंधेर नगरी चौपट राजा, दिनदहाड़े दुष्कर्म और रात भर गांजा. यह जिसको भी देखना है तो यूपी में आजा."
'महापंचायत से बड़ा संदेश जाएगा'
उन्होंने कहा कि बताओ तो उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था की क्या हालत कर दी. किसान महापंचायत में अखिलेश यादव ने कहा कि, "आप सभी ने देश के किसानों को जगाया है. इस लड़ाई में हम आपके साथ हैं. हमको जब भी मौका मिलेगा कानून हटा देंगे. राकेश टिकैत तो बहादुर बाप के बहादुर बेटे हैं. टप्पल किसान आंदोलन की ऐतिहासिक भूमि है. आज की इस महापंचायत से बड़ा संदेश जाएगा."
अखिलेश यादव ने कहा कि, "हमारे कार्यकाल में हमने यूपी में जहाज उतारने वाली सड़क बनाई. बीजेपी ने नोटबंदी व जीएसटी जैसे सारे गलत फैसले लिये. हमने तो 22 महीने में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे बनाया था. योगी आदित्यनाथ सरकार तो ड्यूटी करने वालों के भी पैसे काट रही है. पुलिस वालों ने ड्यूटी भी की और पैसे भी कट गए. लॉकडाउन में पुलिस वालों के पैसे कटे, इसका जिम्मेदार कौन है."
'बीजेपी सरकार ईस्ट इंडिया कंपनी के तर्ज पर कर रही काम'
बीजेपी सरकार के काम पर अखिलेश ने कहा कि ईस्ट इंडिया कंपनी ने भारत को गुलाम बनाया था, बीजेपी की सभी सरकार भी इसी कंपनी की तर्ज पर काम कर रही हैं. यही कंपनी आगे सरकार बन गई थी. यह सरकार बेचकर कंपनियों को दे रही है. बीजेपी वाले सरकार को कंपनी बना रहे हैं.
अखिलेश यादव ने कहा कि यह सरकार किसान के हित में कोई भी काम नहीं कर रही है. बीजेपी की कोई भी सरकार किसानों की मदद नहीं कर रही है. किसानों पर थोपे गए कानून हटाए जा सकते हैं. अगर उनको किसी दबाव में रखेंगे तो हम विश्वगुरू कैसे बनेंगे. सरकार को किसान की मदद के बारे में सोचना ही होगा. अगर बीजेपी की सरकार नहीं चेती तो किसान इनका घमंड तोड़ देंगे.
(इनपुट: IANS)
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