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करात का करारा प्रहार, 2019 चुनाव में कांग्रेस का साथ नहीं देगी CPM

पार्टी प्रमुख महासचिव सीताराम येचुरी की हार

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कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) में आने वाले लोकसभा चुनावों में कांग्रेस से समझौते को लेकर लंबे समय से तकरार चल रही थी. रविवार को इस मसले पर सेंट्रल कमेटी की मीटिंग में वोटिंग हुई.

इसमें कांग्रेस के प्रति नरम रुख रखने वाले सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी की करारी हार हुई. उनके ड्रॉफ्ट को कांग्रेस के खिलाफ माने जा रहे प्रकाश करात के ड्रॉफ्ट से 55-31 से मात मिली.

येचुरी और करात में इस बात पर सहमति है कि उन्हें अगले चुनावों में बीजेपी को सत्ता से बाहर करना है. पर दोनों के तरीके अलग-अलग हैं.

कांग्रेस के प्रति नरम रुख रखने वाले येचुरी के ड्रॉफ्ट में कहा गया है कि 'पार्टी को बीजेपी को हराने और सत्ता से बाहर करने के लक्ष्य की दिशा में काम करना चाहिए. इसके लिए पार्टी को सत्ता पर काबिज किसी पार्टी से चुनावी गठबंधन की जरूरत नहीं है.' इस ड्रॉफ्ट में येचुरी ने कांग्रेस का नाम नहीं लेते हुए नरम रुख दिखाया.

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वहीं करात के ड्रॉफ्ट में भी येचुरी ड्रॉफ्ट की तरह बीजेपी को सत्ता से बाहर करने की बात करते हुए कहा गया है कि ' इसके लिए पार्टी को कांग्रेस से किसी भी तरह का सहयोग या समझौता नहीं करना है.' ड्रॉफ्ट में रीजनल पार्टियों से सहयोग की बात कही गई है, चाहे ये पार्टियां कांग्रेस से गठबंधन में क्यों न हों.

सेंट्रल कमेटी में पास हुआ प्रकाश करात और एस रामचंद्रन पिल्लई का ड्रॉफ्ट अब हैदराबाद में होने वाली नेशनल कॉनक्लेव में भेजा जाएगा.

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