- पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने 8 सितंबर, 1938 को लखनऊ में नेशनल हेराल्ड अखबार की स्थापना की.
- वे ही इस अखबार के पहले संपादक थे. अखबार ने बाद में हिंदी में ‘नवजीवन’ और उर्दू में ‘कौमी आवाज’ अखबार भी निकाला.
- आर्थिक तंगी की वजह से नेशनल हेराल्ड अखबार 2008 में छपना बंद हो गया.
- नीलाभ मिश्रा को एडीटर इन चीफ बनाया गया है. इससे पहले नीलाभ आउटलुक हिंदी के एडिटर थे.
कांग्रेस ने कहा है कि एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड दोबारा शुरू किया जाएगा. एसोसिएटेड जर्नल्स के दोबारा शुरू होने से इसके न्यूज पेपर ‘नेशनल हेराल्ड’ और ‘नवजीवन’ एक बार फिर से छपने लगेंगे.
एक प्रेस रिलीज में बताया गया कि एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड के अंग्रेजी और हिंदी के साथ-साथ डिजिटल में नीलाभ मिश्रा को एडिटर इन चीफ बनाया जा रहा है.
विवादों में रहा नेशनल हेराल्ड
नेशनल हेराल्ड नाम के अखबार को पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने शुरू किया था. कथित तौर पर अखबार के फंड और प्रॉपर्टी में हुई गड़बड़ियों के खिलाफ बीजेपी नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने दर्ज कराया था. इस मामले में स्वामी ने 90 करोड़ रुपये के हवाला कारोबार का शक जताते हुए सोनिया गांधी, राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी.
स्वामी के आरोप के मुताबिक, यह सब कुछ दिल्ली में बहादुरशाह जफर मार्ग पर स्थित हेराल्ड हाउस की 1,600 करोड़ रुपये कीमत की बिल्डिंग पर कब्जा करने के लिए किया गया था. स्वामी ने इस मामले में सोनिया और राहुल के अलावा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा पर भी गड़बड़ी का आरोप लगया था.
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