राजस्थान के अलवर जिले में उमर हत्या केस में पुलिस ने एक नाबालिग आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिस नाबालिग को गिरफ्तार किया है वह लूट की वारदातों में शामिल रहा है. उसका गैंग गोरक्षा के नाम पर लूटपाट की वारदातों को अंजाम देता था. पुलिस पांच अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है.
खबरों के अनुसार, शनिवार रात भीड़ ने गौवंश ले जा रहे दो लोगों को गोतस्करी के शक में बुरी तरह पीट दिया. इनमें से एक उमर मोहम्मद की मौत हो गई, जबकि उसका साथी ताहिर गंभीर रूप से घायल हो गया. इससे पहले अप्रैल में अलवर में ही कथित गोरक्षकों के हमले में पहलू खान की मौत हो गई थी.
हत्या में गोरक्षा के नाम पर लूटपाट करने वाले गैंग का हाथ
अलवर पुलिस ने इस केस की जांच में गोरक्षा के नाम पर लूटपाट करने वाले गैंग का पर्दाफाश किया है. इसी गैंग पर गोवंश लेकर जा रहे उमर की हत्या का आरोप है. अलवर के पुलिस अधीक्षक राहुल प्रकाश ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी को हिरासत में लिया है. उसके बाकी साथियों की तलाश की जा रही है.
पुलिस के मुताबिक, आरोपी नाबालिग है. पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया है कि इसके गैंग के 6 लोगों ने इस वारदात को अंजाम दिया था. पकड़े गए आरोपी के साथियों ने गोरक्षा दल बना रखा है. इसी की आड़ में वह लूटपाट की वारदात को अंजाम देते थे.
पुलिस की जांच में सामने आया है कि आरोपियों ने पकड़े जाने के डर से उमर की हत्या कर शव को रेलवे पटरी पर डाल दिया था और गाड़ी के टायर और इंजन के पार्ट्स चोरी कर फरार हो गए थे.
गौ तस्करी में शामिल था मृतकः पुलिस
अलवर के रामगढ़ थाना अध्यक्ष दौलत राम ने बताया कि रेलवे ट्रैक पर रविवार को एक युवक का शव पाया गया था, जिसकी पहचान भरतपुर के घटमिका निवासी उमर खान (35) के रुप में की गई. रामगढ़ सर्किल के पुलिस उपाधीक्षक अनील बेनीवाल ने बताया कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि मृतक गौ तस्करी में शामिल था. मृतक और उसके दो अन्य साथी गत 10 नवंबर को एक जीप में गौवंश लेकर जा रहे थे.
‘पालतू गायों को लेकर जा रहे थे उमर और ताहिर’
सामाजिक कार्यकर्ता हनीफ ने आरोप लगाया कि मेवात में सबसे ज्यादा गाय पाली जाती है, लेकिन अब ये गौ पालक ही हिंदूवादी संगठनों का निशाना बना रहे है. हनीफ ने दावा किया कि यह घटना पहलू खान जैसी घटना है.
मृतक उमर खान और ताहिर अपनी पालतू गायों को लेकर जा रहे थे, इसी दौरान अज्ञात लोगों ने उन पर गोली चला दी, जिसमें खान की मौत हो गई और ताहिर गोली लगने से घायल हो गया. हमारी मांग है कि आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार किया जाये.सामाजिक कार्यकर्ता हनीफ
मेव पंचायत के मुखिया शेर मोहम्मद ने कहा कि मृतक गौ तस्करी में शामिल हो सकता है और इनसे निपटने के लिये कानून है. उन्होंने कहा कि अगर पुलिस मुठभेड़ में खान की मौत होती तो जायज ठहराया जा सकता था, लेकिन किसी अन्य को कानून हाथ में लेने का अधिकार नहीं है. पुलिस प्रशासन को कथित गौ रक्षकों पर कार्रवाई करनी चाहिए.
(इनपुट पीटीआई)
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