तीन तलाक के मुद्दे पर बवाल थमता नजर नहीं आ रहा है. अब योगगुरु रामदेव भी इस विवाद में कूद पड़े हैं.
रामदेव ने कहा है कि तीन तलाक एक अमानवीय प्रथा है, जिस पर प्रतिबंध लगाया जाना जरूरी है. रामदेव ने मुस्लिम समाज से इस मुद्दे पर विचार करने को कहा है.
जेटली ने भी की थी टिप्पणी
इस मुद्दे पर केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने रविवार को कहा था कि तीन तलाक के प्रचलन को समानता और मर्यादा के साथ जीने के अधिकार के मानकों पर परखा जाना चाहिए. जेटली ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा,
पर्सनल लॉ और तीन तलाक की व्यवस्था को संविधान के अनुरूप बनना होगा. यह कहने की जरूरत नहीं है कि समान मानक अन्य पर्सनल लॉ के लिए भी इस्तेमाल किए जाएंगे.अरुण जेटली
तीन तलाक की संवैधानिक वैधता के मुद्दे पर ध्यान देते हुए उन्होंने कहा कि यह समान आचार संहिता से अलग है. वित्त मंत्री ने कहा, "संविधान निर्माताओं ने राज्य के नीति निर्देशक तत्व में एक उम्मीद जताई थी कि समान आचार संहिता के लिए सरकार प्रयास करेगी."
यहां देखें केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली की पूरी फेसबुक पोस्ट-
वैसे बाबा रामदेव ने तीन तलाक के अलावा चीन पर भी निशाना साधा. उनके मुताबिक चीन, भारत के खिलाफ साजिश रचता है. इस वजह से उन्होंने लोगों से दिवाली पर चीन में बने सामान न खरीदने का अनुरोध किया.
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