लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण में रविवार को केन्द्र शासित क्षेत्र चंडीगढ़ और सात राज्यों की 59 सीटों पर रात नौ बजे तक 63.28 प्रतिशत मतदान हुआ। पिछले छह चरण की तुलना में मतदान का यह सबसे कम प्रतिशत है।
चुनाव आयोग के सुविधा एप के मतदान संबंधी आंकड़ों के मुताबिक सातवें चरण में पंजाब, चंडीगढ़ और पश्चिम बंगाल में पिछले चुनाव की तुलना में मत प्रतिशत घटा है जबकि मध्य प्रदेश और हिमाचल प्रदेश सहित अन्य राज्यों में मतदान के स्तर में इजाफा दर्ज किया गया।
उल्लेखनीय है कि सभी सात चरण का चुनान संपन्न होने के साथ ही चुनाव मैदान में उतरे 8049 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला ईवीएम में कैद हो गया। इसका खुलासा आगामी 23 मई को मतगणना के बाद हो सकेगा।
पिछले सात चरण में लोकसभा की 543 सीटों में से 542 सीट पर मतदान हो चुका है। तमिलनाडु की वेल्लोर सीट पर मतदान में गड़बड़ी की आशंका की शिकायतों के मद्देनजर मतदान स्थगित कर दिया गया था। आयोग ने अभी वेल्लोर सीट पर मतदान की तिथि निर्धारित नहीं की है।
सुविधा एप के आंकड़ों के मुताबिक रात नौ बजे तक पश्चिम बंगाल की नौ सीटों पर सबसे ज्यादा 73.51 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। हालांकि पिछले चुनाव की तुलना में इन सीटों पर 5.64 प्रतिशत कम मतदान हुआ। जबकि पंजाब की 13 सीटों पर रात नौ बजे तक 60.43 प्रतिशत मतदान हुआ। यह पिछले चुनाव की तुलना में 8.14 प्रतिशत कम रहा। इसी तरह चंडीगढ़ सीट पर पिछले चुनाव की तुलना में 10.27 प्रतिशत कम मतदान दर्ज करते हुये मत प्रतिशत 63.57 रहा।
वहीं बिहार और उत्तर प्रदेश में मतदान का स्तर कम रहा, लेकिन पिछले चुनाव की तुलना में इन राज्यों के मतदान में इजाफा हुआ। रात नौ बजे तक बिहार की आठ सीटों पर पिछले चुनाव की तुलना में ढाई प्रतिशत अधिक, 53.67 प्रतिशत मतदान हुआ। जबकि उत्तर प्रदेश की 13 सीटों पर पिछले चुनाव से 2.59 प्रतिशत अधिक, 57.93 प्रतिशत मतदान हुआ।
इस अवधि में मध्य प्रदेश की आठ सीटों पर 72.99 प्रतिशत(पिछले चुनाव से 5.92 प्रतिशत अधिक), हिमाचल प्रदेश की चार सीटों पर 70.16 प्रतिशत(5.1प्रतिशत अधिक), झारखंड की तीन सीटों पर 71.16 प्रतिशत मतदान हुआ। यह पिछले चुनाव से 2.18 प्रतिशत अधिक था।
पिछले छह चरण के मतदान संबंधी आंकड़ों के मुताबिक पहले दो चरण में मतदान का स्तर सर्वाधिक रहा। पहले चरण में 69.61 प्रतिशत और दूसरे में 69.44 प्रतिशत मतदान हुआ।
इसके बाद के प्रत्येक चरण में मत प्रतिशत घटने का सिलसिला सातवें चरण तक जारी रहा। जबकि तीसरे चरण में 68.4 प्रतिशत, चौथे में 65.5 प्रतिशत, पांचवें में 64.16 प्रतिशत और छठे चरण में 64.4 प्रतिशत मतदान हुआ।
पिछले छह चरण में शामिल लोकसभा की 483 सीटों पर मतदान का कुल स्तर 67.37 प्रतिशत रहा। यह 2014 के चुनाव में की तुलना में 1.21 प्रतिशत ज्यादा है।
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