मध्यप्रदेश में सरदार सरोवर बांध से विस्थापित हो रहे लोगों के समर्थन में अनशन पर बैठीं मेधा पाटकर को सोमवार को पुलिस ने बल पूर्वक हटा दिया. कुछ मीडिया रिपोर्टों में दावा किया गया था कि उन्हें पुलिस ने अरेस्ट किया है. मामले में अब सीएम शिवराज सिंह का बयान सामने आया है. उनके मुताबिक पाटकर को अरेस्ट नहीं किया गया है.
शिवराज सिंह के मुताबिक मेधा पाटकर को अरेस्ट नहीं किया गया, उन्हें डॉक्टरों की सलाह पर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. वहीं विस्थापितों के बारे में बोलते हुए शिवराज सिंह ने कहा कि डैम द्वारा विस्थापित लोगों को 900 करोड़ रुपये का एडीशनल पैकेज दिया जा चुका है. उनकी बेहतरी की हर कोशिश की जा रही है.
मेधा धार जिले के चिखिल्दा में अनशन पर बैठीं थीं. शिवराज सिंह ने भी मेधा पाटकर से उपवास खत्म करने की अपील की थी. लेकिन इसे मेधा ने नहीं माना था. सोमवार को उनके अनशन का 12 वां दिन था. मेधा के साथ कुल 11 कार्यकर्ता भी उपवास पर बैठे हैं.
क्या है मामला?
सरदार सरोवर बांध की ऊंचाई 138 मीटर किए जाने से मध्य प्रदेश की नर्मदा घाटी के 192 गांव और करीब 40 हजार परिवार विस्थापित होने वाले हैं. सुप्रीम कोर्ट ने 31 जुलाई तक पुनर्वास के इंतजाम के बाद ही बांध की ऊंचाई बढ़ाने का निर्देश दिया था.
मेधा पाटकर की मांग है कि सरदार सरोवर के गेट खोले जाएं फिर लोगों का पूरे पुनर्वास का इंतजाम हो, उसके बाद ही विस्थापन किया जाए.
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