"ये जो कदम उठाया गया है ये सिर्फ महिलाओं की वजह से लिया गया है. पिछली बार सोसाइटी के पुरुषों ने श्रीकांत त्यागी के हरकतों का विरोध किया था, तब तो उसने लोगों को झूठे मुकदमे में फंसा दिया, लेकिन इस बार महिलाओं ने हिम्मत दिखाई." Noida Omaxe सोसाइटी के निवासी से क्विंट हिंदी से ये बात कही.
नोएडा के सेक्टर 93बी के ग्रैंड ओमेक्स में रहने वाले लोग अपनी सोसाइटी की महिलाओं के साहस की दाद दे रहे हैं. कथित बीजेपी नेता श्रीकांत त्यागी के गाली, धमकी और अवैध अतिकर्मण के सामने बिना डरे एक महिला का भिड़ जाना चर्चा का विषय बना हुआ है.
पीटीआई के मुताबिक अब श्रीकांत त्यागी को गिरफ्तार कर लिया गया है. उसे मेरठ से यूपी पुलिस ने उठाया है.
दरअसल, श्रीकांत त्यागी का एक महिला के साथ बदतमीजी करने का वीडियो वायरल हुआ था, जिसके बाद श्रीकांत त्यागी के खिलाफ FIR दर्ज की गई और पुलिस त्यागी की तलाश कर रही थी.
महिलाओं ने दिखाई हिम्मत
त्यागी ही नहीं बल्कि त्यागी के गुर्गों के सामने भी महिलाओं ने मोर्चा संभाल लिया. रविवार 7 अगस्त की रात जब त्यागी के समर्थक सोसाइटी में घुसे तब भी महिलाओं ने उन्हें खदेड़ दिया और डटकर उनका सामना किया. जिसके बाद पुलिस ने आईपीसी की धारा 506 (आपराधिक धमकी के लिए सजा) सहित अन्य धाराओं के तहत 10 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया और उनमें से छह को गिरफ्तार किया.
सोमवार को ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी की रहने वाली स्वाति अग्रवाल, नमिता सिंह, महिमा जोशी, प्रियंका और कई महिलाओं ने खुलकर त्यागी के खिलाफ आवाज उठाई. महिलाओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए भी अपनी बात रखी. क्विंट से बात करते हुए स्वाती अग्रवाल ने कहा कि “हम लोग खुश हैं कि नोएडा अथॉरिटी ने श्रीकांत त्यागी के अतिक्रमण पर बुलडोजर चलाया है. लेकिन इस काम में बहुत देर की गई. हम लोगों ने पहले भी शिकायत की थी, लेकिन कुछ नहीं हुआ था. अब जब मीडिया में बात आई तो सब जागे हैं."
ग्रैंड ओमेक्स हाउसिंग सोसायटी के रहने वाली नमिता सिंह बताती हैं कि वो करीब 12-13 साल से इसी सोसाइटी में रह रही हैं और श्रीकांत तिवारी की गुंडागर्दी से काफी परेशान थीं. नमिता के मुताबिक श्रीकांत त्यागी को लगा था कि वो अकेली महिला को गाली और धक्का देकर डरा देगा, और सब चुप हो जाएंगे लेकिन उसे अंदाजा नहीं था कि यहां कि महिलाएं कमजोर नहीं हैं. हम लोगों ने भी इस बार ठान लिया है कि जबतक श्रीकांत त्यागी गिरफ्तार नहीं होता तबतक शांत नहीं होंगे.
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