सरकार की नाकामी क्या होती है ये कोरोना ने जगजाहिर कर दिया है. अब एक बार फिर बिहार से शर्मसार कर देने और सरकारी विफलता की एक और तस्वीर पेश की है. वो भी बिहार के सीएम नीतीश कुमार के जिले नालंदा की तस्वीर. जहां कूड़े के ठेले पर शव को ले जाना पड़ रहा है.
दरअसल, मामला ये है कि कोरोना से मृत एक व्यक्ति को नगर निगम के कूड़े ढोने वाले ठेले पर रखकर अंतिम संस्कार के लिए श्मशान पहुंचाया गया है. ये बात तब सामने आई जब ठेले पर शव को ले जाते शख्स का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ.
अब इस मामले में हमेशा की तरह जांच की बात कही जा रही है. नालंदा के सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार ने कहा, "मुझे बताया गया है कि शव को एक गाड़ी पर ले जाया गया था. मैं इसकी जांच करवाऊंगा और कार्रवाई की जाएगी.”
यह वीडियो 13 मई का बताया जा रहा है. वीडियो में दिख रहा है कि दो लोग पीपीई किट पहने ठेला से शव लेकर जा रहे है. वहीं शव को पीपीईकिट के जगह चादर से ढका गया है. ठेले पर साफ-साफ लिखा है बिहारशरीफ नगर निगम. दो लोग शव लेकर मुक्ति धाम के गेट के अंदर जा रहे हैं.
बताया जा रहा है कि नालंदा के बिहार शरीफ के जलालपुर मोहल्ले के मनोज कुमार की कोरोना से मौत हो गई थी. जिसके बाद निगमकर्मी शव को एम्बुलेंस की जगह निगम के कूड़े वाले ठेले से ले गए.
विपक्ष का नीतीश कुमार पर हमला
अब इस मामले पर पूर्व डिप्टी सीएम और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा,
ठेले में शव ले जा रहे कर्मचारियों का यह वीडियो 16 वर्षों के CM नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा का है. नालंदा जिले से ही JDU के मुख्यमंत्री, राष्ट्रीय अध्यक्ष, एक मंत्री, दो MP और 7 में से 6 MLA है. और ये निकम्मे बेशर्म इस विफलता के लिए “तेजस्वी यादव” से इस्तीफा मांग रहे है.तेजस्वी यादव
इस मामले में एक और बात सामने आई है. इस मामले में वार्ड पार्षद पार्षद सुशील कुमार पर आरोप लग रहा है कि उसने शव उठाने के बदले कुछ पैसे की भी मांग की थी.हालांकि अबतक इस मामले में किसी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
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