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बिहार पुलिस का दावा- लाठीचार्ज से नहीं हुई BJP नेता की मौत, CCTV में क्या दिखा?

Bihar BJP Leader Death: बीजेपी का आरोप है कि पुलिस की लाठीचार्ज से विजय कुमार सिंह की मौत हुई है.

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बिहार (Bihar) की राजधानी पटना में गुरुवार, 13 जुलाई को बीजेपी नेता की मौत के बाद बवाल मचा हुआ है. बीजेपी का आरोप है कि पुलिस की लाठीचार्ज की वजह से जहानाबाद जिला महामंत्री विजय कुमार सिंह की मौत हुई है. हालांकि, पुलिस ने इन आरोपों को खारिज किया है. पुलिस ने दावा किया है कि बीजेपी नेता की मौत लाठीचार्ज की वजह से नहीं हुई है. पटना पुलिस ने कुछ सीसीटीवी फुटेज भी जारी किए हैं.

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पुलिस ने क्या कहा?

गुरुवार देर रात को इस मामले में पटना के वरीय पुलिस अधीक्षक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने कहा कि, "विजय सिंह के साथ रहे दो लोगों का बयान रिकॉर्ड किया गया है. उन लोगों ने बताया है कि वह चलते चलते बेहोश हो गए थे. तीनों डाकबंगला चौराहे तक पहुंचे भी नहीं थे. वह रास्ते में ही थे तभी जानकारी मिली कि डाकबंगला चौराहे पर भगदड़ मच गई है, इसलिए वह आगे नहीं गए."

इस मामले में CCTV फुटेज भी खंगाले गए हैं. जिसके आधार पर एसएसपी ने बताया कि, "CCTV से यह पता चला है कि विजय सिंह दोपहर 13:22 बजे गांधी मैदान पटना के जेपी गोलंबर से निबंधन कार्यालय, छज्जूबाग की तरफ जा रहे थे, जो डाक बंगला रोड से अलग है. 13:27 बजे उसी रास्ते में दुर्गा अपार्टमेंट के सामने खाली रिक्शा दिखता है, इसी रिक्शा से वो 13:32 बजे तारा हॉस्पीटल पहुंचते हैं."

"इससे यह स्पष्ट होता है कि विजय सिंह के साथ घटना 13:22 से 13:27 बजे के बीच छज्जूबाग क्षेत्र में ही हुई है. इस बीच वो डाक बंगला पहुंच भी नहीं सकते थे, जहां पर भीड़ को तीतर-बितर करने के लिए (लगभग 13:00 बजे) हल्का बल प्रयोग हुआ था. छज्जूबाग क्षेत्र में कोई पुलिस बल नहीं था.
एसएसपी पटना

इसके साथ ही उन्होंने कहा, "इससे स्पष्ट है कि विजय सिंह की मृत्यु पुलिस के लाठीचार्ज से नहीं हुई है. उनके शरीर पर कोई चोट का निशान भी नहीं पाया गया है. मौत का वास्तविक कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगा."

सीसीटीवी में क्या दिखा?

बिहार पुलिस ने इस मामले में अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कुछ सीसीटीवी फुटेज भी जारी किए हैं.

बीजेपी का क्या आरोप है?

दरअसल, शिक्षकों की नियुक्ति और 10 लाख लोगों को नौकरी देने के मामले में बीजेपी ने गुरुवार को पटना के गांधी मैदान से विधानसभा मार्च तक मार्च निकाला था. इस दौरान डाक बंगला चौराहे के पास पुलिस ने बीजेपी नेताओं पर लाठीचार्ज किया. जिसमें कई बीजेपी नेताओं घायल हो गए. इसके साथ ही बीजेपी की ओर से दावा किया गया कि लाठीचार्ज की वजह से उनके एक नेता की मौत हो गई, जिनकी पहचान जहानाबाद जिले के महामंत्री विजय कुमार सिंह के रूप में हुई. सुशील मोदी ने भी इसको लेकर ट्वीट किया.

केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने ट्वीट किया, "नीतीश-तेजस्वी सरकार द्वारा बर्बरता पूर्वक चलवाई गयी लाठियों से भाजपा कार्यकर्ता विजय सिंह की मौत की जिम्मेदार नीतीश सरकार को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए."

बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सम्राट चौधरी ने नीतीश सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, "बेशर्म नीतीश सरकार शिक्षक अभ्यर्थियों के लिए लड़ाई लड़ रहे भाजपा नेता की लाठीचार्ज में हुई हत्या को बता रही सामान्य मौत."

वहीं बीजेपी ने शुक्रवार, 14 जुलाई को इस घटना के विरोध में काला दिवस मनाने का ऐलान किया है. बीजेपी कार्यकर्ता अपने हाथों पर काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन करेंगे. साथ ही पार्टी की ओर से सीएम नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का पुलता दहन भी किया जाएगा. इसके अलावा शनिवार को बीजेपी कार्यकर्ता जिला और मंडल मुख्यालय पर प्रदर्शन और श्रद्धांजलि देंगे.

(इनपुट: महीप राज)

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