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Bihar: BJP नेता की लाठीचार्ज से नहीं,दिल की बीमारी से मौत-पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट

Bihar BJP Leader Death Case: जहानाबाद जिला महामंत्री विजय कुमार सिंह की 13 जुलाई को मौत हो गई थी.

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बिहार (Bihar) बीजेपी नेता और जहानाबाद जिला महामंत्री विजय कुमार सिंह की मौत (Vijay Singh Death) के कारणों को लेकर पुलिस ने बड़ा दावा किया है. विजय सिंह की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आ गई है. जिसमें मौत की वजह लाठीचार्ज नहीं, बल्कि दिल संबंधी बीमारी बताई गई है.

बता दें कि 13 जुलाई को पटना में विजय सिंह की मौत हुई थी. उस दिन विधानसभा मार्च के दौरान डाक बंगला चौराहे पर बीजेपी नेताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया था. जिसके बाद पार्टी ने आरोप लगाया था कि विजय सिंह की मौत भी पुलिस की पिटाई की वजह से हुई थी. हालांकि, पुलिस ने इन आरोपों को शुरू से ही खारिज किया था और कुछ सीसीटीवी फुटेज भी जारी किए थे.

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पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में क्या है?

पटना जिलाधिकारी ने गुरुवार, 20 जुलाई को प्रेस रिलीज जारी करते हुए बताया कि, "13 जुलाई, 2023 को भारतीय जनता पार्टी की ओर से विधानसभा मार्च कार्यक्रम आयोजित किया गया था. इसमें भाग लेने आए जहानाबाद निवासी विजय सिंह की मौत के बाद पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट PMCH की ओर से उपलब्ध कराई गई है. मौत के कारणों की सटीक जानकारी के लिए हिस्टोपैथोलॉजिकल जांच भी कराई गई है."

"मेडिकल बोर्ड के मुताबिक, विजय सिंह की मौत दिल की बीमारी और इससे जुड़ी जटिलता के कारण हुई है. इस प्रकार सीसीटीवी फुटेज, इंक्वेस्ट रिपोर्ट, उनके साथी के बयान, पोटमॉर्टम रिपोर्ट से यह स्पष्ट होता है कि विजय सिंह की मौत प्रदर्शन के दौरान लाठीचार्ज में नहीं हुई थी."

इसके साथ ही जिलाधिकारी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि "CCTV से यह स्पष्ट हुआ था कि विजय सिंह के साथ बेहोशी की घटना 13 जुलाई को 13:22 से 13:27 बजे के बीच छज्जूबाग क्षेत्र में ही हुई थी."

बीजेपी ने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट पर उठाए सवाल

बीजेपी ने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट पर सवाल उठाए हैं. नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि, "बिहार में पोस्टमॉर्टम में चमत्कार हो रहा है. हत्या को हार्ट अटैक में बदलने का खेल पहले भी दबाब में हो चुका है. अब तो सरकार ही इसमें शामिल है, तब इससे न्याय की उम्मीद करना तो बेमानी है."

इसके साथ ही उन्होंने इस मामले की हाई कोर्ट के सिटिंग जज से जांच करने की मांग भी की है. उन्होंने कहा कि "हाईकोर्ट के सिटिंग जज से जांच के बाद ही दूध का दूध और पानी का पानी होगा."

बता दें कि इस मामले बीजेपी शुरू से ही आरोप लगा रही है कि जहानाबाद जिला महामंत्री विजय कुमार सिंह की मौत पुलिस की लाठीचार्ज की वजह से हुई है. राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने 13 जुलाई को लाठीचार्ज की वजह से मौत का दावा करते हुए ट्वीट किया था.

केंद्रीय गृहराज्य मंत्री नित्यानंद राय ने भी 13 जुलाई को ट्वीट किया था, "बीजेपी कार्यकर्ता की मौत की जिम्मेदार, बर्बर नीतीश-तेजस्वी सरकार युवाओं, महिलाओं, किसानों के अधिकारों के लिए बिहार की बर्बर नीतीश-तेजस्वी सरकार के खिलाफ संघर्ष करते हुए बीजेपी के महामंत्री, जहानाबाद विजय सिंह ने अपनी आहुति दे दी."

पार्टी ने मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय कमेटी की गठन भी किया था. इस कमेटी में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास, सांसद मनोज तिवारी, सांसद सुनीता दुग्गल और सांसद विष्णु दयाल राम शामिल थे. 19 जुलाई को कमेटी ने अपनी रिपोर्ट बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को सौंपी थी.

वहीं बीजेपी ने पार्टी कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज और जहानाबाद जिला महामंत्री के मौत के खिलाफ पटना में धरना प्रदर्शन भी किया था. इस दौरान नीतीश कुमार के पुतले भी फूंके गए थे. इसके साथ ही राजभवन तक मार्च भी किया था.

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट पर JDU ने क्या कहा?

वहीं पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद जेडीयू नेता नीरज कुमार ने कहा कि "पहले भी सरकार कह रही थी कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर प्रथम दृष्टया यह लगता है कि उनकी (विजय सिंह) मौत दूसरे कारण से हुई है."

"लाठीचार्ज डाक बंगला पर हुआ, ये मिले छज्जूबाग में. छज्जूबाग से गए तारा हॉस्पिटल. तारा हॉस्पिटल ने इलाज से इनकार कर दिया. इनको PMCH भेज दिया गया. भारतीय जनता पार्टी के नेता विजय जी की दुखद मौत हुई, इसके बाद एजेंडा तय करने लगे. हृदय गति को राजनीति का एजेंडा कैसे बना दीजिएगा?"

वहीं इस मामले में पटना पुलिस ने 14 जुलाई को कुछ सीसीटीवी फुटेज भी जारी किए थे. जिसके आधार पर बीजेपी के आरोपों को खारिज करते हुए कहा था, विजय सिंह की मौत लाठीचार्ज की वजह से नहीं हुई थी. इसके साथ ही दावा किया था कि वो डाक बंगला चौराहे तक पहुंचे भी नहीं थे और छज्जूबाग इलाके में थे.

(इनपुट: महीप राज)

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