प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पुलिस 'एनकाउंटर' में मारे गए गैंगस्टर विकास दुबे की संपत्तियों की जांच शुरू कर दी है. ईडी ने उत्तर प्रदेश पुलिस को लेटर लिखकर विकास दुबे, उसके परिजनों और उसके नजदीकी साथियों की प्रॉपर्टी डीटेल्स मांगी हैं. यह लेटर ईडी लखनऊ जोन की तरफ से लिखा गया है.
ईडी इस बात की जांच में भी जुटी है कि विकास दुबे के फाइनेंसर कौन थे. ईडी को शक है कि विकास दुबे और उसके नजदीकी लोगों के पास अपराध के पैसे से बनाई गई बेनामी संपत्तियां भी हो सकती हैं.
विकास दुबे के साले को किया गया रिहा
इस बीच, विकास दुबे के साले राजू खुल्लर को यूपी पुलिस के STF ने रिहा कर दिया है. उसे मध्य प्रदेश के शहडोल से हिरासत में लिया गया था. STF ने खुल्लर से पूछताछ की थी. राजू का आवास शहडोल के बुढार कस्बे में है.
शुक्रवार सुबह ‘एनकाउंटर’ में मारा गया विकास दुबे
पांच लाख रुपये का इनामी बदमाश विकास दुबे शुक्रवार सुबह एक ‘एनकाउंटर’ में मारा गया. बता दें कि पिछले शुक्रवार को विकास दुबे ने उसे पकड़ने गए एक पुलिस उपाधीक्षक सहित पुलिसकर्मियों के दल पर कानपुर के चौबेपुर क्षेत्र के बिकरु गांव में घात लगाकर हमला कर दिया था. इस गोलीबारी में आठ पुलिसकर्मी मारे गए थे. दुबे तब से फरार चल रहा था.
इस बीच खबरें आई थीं कि दुबे फरीदाबाद में छिपा था लेकिन पुलिस की छापेमारी से पहले ही वह, वहां से भाग निकला. इसके बाद गुरुवार सुबह खबर आई कि मध्य प्रदेश पुलिस ने दुबे को उज्जैन से गिरफ्तार कर लिया है.
मध्य प्रदेश पुलिस के मुताबिक, दुबे को गुरुवार सुबह उज्जैन के महाकाल मंदिर परिसर से गिरफ्तार किया गया था.
उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) के एक दल ने गुरुवार को ही उज्जैन पहुंचकर विकास दुबे को अपनी हिरासत में ले लिया था. इसके बाद यह टीम दुबे को कानपुर लेकर आ रही थी. कानपुर पुलिस के मुताबिक, शुक्रवार सुबह दुबे को ला रही टीम की गाड़ी पलट गई. पुलिस के मुताबिक, इस दौरान विकास दुबे ने भागने की कोशिश की थी, जिसके चलते हुए ‘एनकाउंटर’ में दुबे की मौत हो गई.
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