कर्नाटक में 5 दिसंबर को 15 सीटों पर हुए विधानसभा उपचुनाव के लिए वोटों की गिनती जारी है. इस बीच कांग्रेस ने अपनी हार स्वीकार कर ली है.
बीजेपी ने 11 सीटों पर जीत हासिल कर ली है. इसके अलावा रुझानों में उसने 1 सीटों पर बढ़त बनाई हुई है. वहीं कांग्रेस 2 सीटें जीत चुकी है. बाकी एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार शरत कुमार बचेगौड़ा ने जीत हासिल की है.
मौजूदा रुझानों/नतीजों के हिसाब से 4 महीने पुरानी और बीएस येदियुरप्पा की अगुवाई वाली बीजेपी सरकार सत्ता में बरकरार दिख रही है.
रुझानों के बीच कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने कहा, ''जनता ने दलबदल करने वालों को स्वीकार किया है. हम हार स्वीकार कर चुके हैं.''
इस बीच कर्नाटक में बीजेपी समर्थकों ने जश्न मनाना भी शुरू कर दिया है.
बता दें कि कर्नाटक का यह विधानसभा उपचुनाव 17 विधायकों को अयोग्य करार देने से खाली सीटों को भरने के लिए कराया गया. इन विधायकों में कांग्रेस और जेडीएस के बागी नेता शामिल थे. इन विधायकों की बगावत के चलते जुलाई में एचडी कुमारस्वामी की अगुवाई वाली कांग्रेस-जेडीएस सरकार गिर गई थी, जिससे बीजेपी के सत्ता में आने की राह साफ हुई थी.
उपचुनाव में बीजेपी ने पार्टी में शामिल हुए 16 में से 13 अयोग्य विधायकों को उनके संबंधित क्षेत्रों से टिकट दिया. जिन 15 सीटों पर उपचुनाव हुआ है, उनमें 12 पर कांग्रेस और 3 पर जेडीएस का कब्जा था.
उपचुनावों के नतीजों से कैसे बदलेगा संख्याबल
कर्नाटक विधानसभा में फिलहाल बीजेपी के पास 105 विधायक (एक निर्दलीय समेत) हैं, कांग्रेस के 66 और जेडीएस के 34 विधायक हैं. इनके अलावा बीएसपी का एक सदस्य है, एक मनोनीत विधायक है और अध्यक्ष हैं. इस तरह मौजूदा संख्याबल 208 का है. 15 सीटों पर नए विधायक चुने जाने के बाद यह संख्याबल 223 का हो जाएगा और बहुमत का आंकड़ा 112 का हो जाएगा.
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