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''हमारी जिंदगी की कीमत 1 लाख का चेक नहीं, केंद्र कश्मीर में हमें सुरक्षा दे''

Kashmir: अंतिम विदाई पर आए सहकर्मियों ने बताया- घाटी में किस हाल में कर रहे नौकरी

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जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में लगातार हो रहे आतंकी हमलों (Militant attacks in Kashmir) से वहां काम करने वाले गैर कश्मीरियों में डर का माहौल बना हुआ है. राजस्थान (Rajasthan) के विजय कुमार (Vijay Kumar) की हत्या के बाद राजस्थान के वह लोग जो कश्मीर में काम कर रहें है उन्हें भी अपनी चिंता सता रही है. कश्मीर में जारी हत्याओं के बाद सरकारी कर्मचारी अपनी सुरक्षा की मांग कर रहें हैं.

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"चेक नहीं सुरक्षा दे सरकार" - बैंक कर्मचारी

जम्मू कश्मीर में राजस्थान के श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ जिले के करीब 300 युवा बैंक में कार्यरत हैं. इनमें लड़कियां भी शामिल हैं. विजय के अंतिम संस्कार में आई कई ऐसे लोगों ने कहा कि हम लोग नौकरी छोड़कर भी नहीं आ सकते. हमारा तबादला भी नहीं हो सकता. इसलिए सरकार हमारी सुरक्षा की गारंटी दे.

विजय कुमार के अंतिम संस्कार में शामिल होने आए एक बैंक कर्मचारी ने कहा कि, "मेरी सरकार से अपील है कि बैंक कर्मियों को सुरक्षित रखा जाए. क्योंकि वहां बैंक की सुरक्षा कम है. उन्होंने कहा वह चाहते है कि वह वहीं बने रहें, वह वहां से निकलना नहीं चाहते हैं. ना ही वह यह चाहते है कि अगला नंबर उनका हो और जब उनकी जान चली जाए तो सरकार डेड बॉडी के साथ एक लाख का चेक दे दे."

बैंक कर्मचारी ने कहा कि, "इसलिए हमारी केंद्र सरकार से मांग है कि हमारी नौकरी भी वही बनी रहे और हमे सुरक्षा की गारंटी भी दी जाए."

एक अन्य बैंक के कर्मचारी ने कहा कि यह हत्या ही कम सुरक्षा की वजह से हुई और यह एक अल्टीमेटम है कि अगर अब भी सुरक्षा नहीं बड़ाई गई तो भविष्य में ऐसी और घटनाएं हो सकती है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से हमारी यही मांग है कि हमारी सुरक्षा सुनिश्चित करे.

कश्मीर से तबादले की उठी मांग

बीते कुछ दिनों में विजय कुमार के सिवा कश्मीर में एक कश्मीरी पंडित टीचर, राहुल भट नाम के कश्मीरी पंडित जो रेवेन्यू विभाग में क्लर्क थे, कश्मीरी टीवी आर्टिस्ट अमरीना भट, कश्मीर पुलिस में कांस्टेबल सैफुल्लाह कादरी, बिहार के दिलखुश कुमार समेत अन्य लोगों की मई के महीने में हत्याएं कर दी गई. सिर्फ मई के महीने में 10 के ऊपर हुई हत्याओं से कश्मीरी और गैर कश्मीरियों में डर का माहौल है.

कश्मीर में होती इन हत्याओं के बीच जम्मू में सरकारी कर्मचारियों का दो दिनों से प्रदर्शन जारी है. यह प्रदर्शनकारी जिनमें भारी संख्या में कश्मीरी पंडित और कश्मीरी हिन्दू मौजूद है कश्मीर से अपने तबादले की मांग कर रहें है. सरकार भी सरकरी कर्चमारियों के तबादले के बारे में विचार कर रही है. कुछ विभागों के लोगों का जम्मू हेडक्वार्टर में तबादला भी किया गया है.

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