केरल का प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर को पांच दिवसीय मासिक पूजा के लिए खोला गया है. मंदिर के कपाट रविवार शाम को खोले गए. मंदिर में मलयालम माह चिंगम में पांच दिन के लिए पूजा की जाएगी. हालांकि, मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर अभी भी रोक जारी है.
सबरीमाला मंदिर में 17 अगस्त से शुरू हुई ये पूजा 21 अगस्त तक चलेगी, जिसके बाद मंदिर को फिर बंद कर दिया जाएगा.
केरल में मंदिरों का देखरेख करने वाले त्रावणकोर देवासोम बोर्ड (TDB) ने 17 अगस्त को मलयालम नव वर्ष के मौके पर सबरीमाला को छोड़कर, अपने नियंत्रण में आने वाले सभी मंदिरों को खोलने का फैसला किया है. TDB का कहना है कि अगर सबरीमाला मंदिर खोला जाता है, तो पड़ोसी राज्यों से भारी संख्या में श्रद्धालू दर्शन के लिए आएंगे. इससे कोरोना वायरस रोकथाम को लेकर उठाए गए उपायों पर असर पड़ेगा. इसलिए श्रद्धालुओं के लिए सबरीमाला मंदिर खोले जाने का फैसला टाल दिया गया है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ओनम पूजा के लिए मंदिर को 29 अगस्त से 2 सितंबर के बीच फिर से खोला जाएगा.
श्रद्धालुओं के लिए खुला वैष्णो देवी
करीब पांच महीने बाद वैष्णो देवी की यात्रा फिर से शुरू हो गई है. श्रद्धालुओं का पहला जत्था 16 अगस्त को दर्शन के लिए रवाना हुआ. नई गाइडलाइंस के मुताबिक, अब रोजाना केवल 2 हजार श्रद्धालुओं को ही दर्शन की अनुमति होगी. इसमें से केवल 100 ही जम्मू-कश्मीर से बाहर के होंगे.
श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होगा. इसके साथ ही उनके फोन में आरोग्य सेतु ऐप इंस्टॉल करना होगा. फेस मास्क और फेस कवर सभी श्रद्धालुओं के लिए अनिवार्य है. यात्रा के एंट्री प्वाइंट्स पर श्रद्धालुओं को थर्मल स्कैनिंग से गुजरना होगा.
प्रेगनेंट महिलाएं, को-मॉर्बिड वाले लोग, 60 साल से अधिक बुजुर्ग और 10 साल से छोटे बच्चों को यात्रा से बचने की सलाह दी गई है.
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