बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के हाथों से सत्ता चले जाने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सरकारी आवास में लालू प्रसाद के कथित ‘भूत’ का खतरा 2 जनवरी को राजनीतिक क्षितिज पर छाया रहा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मजाक में एक छोटी सी घटना का जिक्र किया, जिस पर लालू प्रसाद यादव के वरिष्ठ सहयोगी ने तीखी प्रतिक्रिया दी.
लालू के सहयोगी ने दावा किया कि खुले तौर पर अपने को तर्कवादी कहने वाले आरजेडी सुप्रीमो ने एक बार अपने अजेय प्रतिद्वंद्वी से बदला लेने के लिए काले जादू का सहारा लिया था. नीतीश कुमार की सहयोगी बीजेपी ने इस मौके को लपका और अंधविश्वास एवं जादू-टोना के प्रति झुकाव को लेकर जेल में बंद नेता लालू प्रसाद की आलोचना की.
यहां मीडिया में खबर आई कि नीतीश कुमार ने बुधवार को नए साल के मौके पर अनौपचारिक मिलन कार्यक्रम में 2005 के विधानसभा चुनाव में आरजेडी के हारने पर राबड़ी देवी के मुख्यमंत्री आवास एक अणे मार्ग को खाली करने के बाद वहां पहुंचने से संबंधित एक वाकये का जिक्र किया. खबरों के मुताबिक नीतीश कुमार ने कहा कि लालू दंपति ने वहां मिट्टी का टीला छोड़ा था और बंगले में कोनों में पुड़ियां रख दी थीं.
नीतीश कुमार ने कथित रूप से कहा कि बाद में, मनमोहन सिंह सरकार में रेल मंत्री रहने के दौरान प्रसाद ने उनसे कहा कि हमने आपके मकान में भूत छोड़ दिए हैं.
इस पर, पहले नीतीश कुमार की जेडीयू में रहे और अब आरजेडी के उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कहा कि एक बार लालू जी ने उनसे कहा था कि नीतीश ने उन्हें नुकसान पहुंचाने के लिए पटना के दरभंगा हाउस के काली मंदिर में टोना टोटका कराया.
तिवारी ने कहा कि लेकिन जब पुरोहितों को पता चला कि यह लालू जी को नुकसान पहुंचाने के लिए किया गया तब उन्होंने उन्हें इसकी जानकारी दी और काले जादू का मुकाबला करने के लिए लालू ने भी कुछ कराया लेकिन वो शिवानंद तिवारी को याद नहीं है.
(PTI के इनपुट के साथ)
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