मध्य प्रदेश में अफसरों के जनता से दुर्व्यवहार के दो मामले सामने आए हैं. मुरैना जिले के एक तहसीलदार ने अतिक्रमण हटाने के दौरान एक ठेले वाले को सरेआम लात मार दी तो दूसरी तरफ सागर जिले के सुरखी क्षेत्र में एक दूसरे तहसीलदार ने अपनी खराब फसल लेकर पहुंचे किसानों को दुत्कार दिया. एक तरफ राज्य के मुख्यमंत्री सुशासन का दावा करते हैं और दूसरी तरफ इस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं. हालांकि जैसे ही ये घटनाएं खबरों में आई प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इन अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है.
किसानों को अधिकारी ने दुत्कारा
मध्य प्रदेश के सागर जिले के सुरखी विधानसभा क्षेत्र के कुछ गांवों में तुषार की वजह से फसलें खराब हो गई हैं. किसान अपनी कुछ फसलों के नमूने के साथ फसल का सर्वे कराने और मुआवजे की मांग को लेकर जैसीनगर के तहसीलदार कार्यलय पहुंचे. किसान हाथों में फसल की बालियां लेकर पहुंचे थे. लेकिन जैसे ही तहसीलदार एलपी अहिरवार बाहर आए तो किसानों पर ही बिफर पड़े और किसानों को इस वजह से डांटने लगे कि क्यों कि उनके लाए नमूनों में से कुछ बालियां ऑफिस की फर्श पर गिर गईं.
तहसीलदार साहब यहीं नहीं रुके. उन्होंने किसानों की लाई फसलों को कचरा बताया और एक किसान ने मुआवजे की गुहार लगाते हुए पांव छुए तो उसे नौटंकी बताने लगे. हालांकि इसके बाद उन्होंने किसानों के ज्ञापन को स्वीकार कर लिया
ठेला वाले को अधिकारी ने मारी लात
मुरैना जिले की अंबाह तहसील का एक वीडियो 8 फरवरी से वायरल हो रहा है. बता दें कि पूरे मध्य प्रदेश में अवैध अतिक्रमण को हटाने के लिए अभियान चल रहा है. इसी के तहत अतिक्रमण हटाने गए तहसीलदार सर्वेश यादव ने कथित तौर पर सड़क पर रोजगार के लिये ठेला लगाने वाले एक युवक को लात मार दी. अधिकारी ने व्यक्ति का चालान काटने की बजाय उसे मुर्गा बनने को कहा. युवक के इनकार पर उसे जमीन पर बिठाया. इस पूरी घटना का वीडियो वायरल हो गया.
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