प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू, लोकसभा चुनाव 7 फेज में
लोकसभा चुनाव 2019 की घोषणा के साथ ही पूरे राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू हो गयी है. राज्य में ये चुनाव सात चरणों में होंगे. आदर्श आचार संहिता लागू हो जाने के बाद सरकार न तो कोई नीतिगत निर्णय ले सकती है और न किसी नई परियोजना की घोषणा ही कर सकती है.
पहले चरण में :औरंगाबाद, गया, नवादा और जमुई .
पहले फेज में 11 अप्रैल को 4 लोकसभा की सीटों पर मतदान होगा.
दूसरे चरण में: किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, भागलपुर, बांका .
दूसरे फेज में 18 अप्रैल को कुल 5 सीटों के लिए वोटिंग की जाएगी.
तीसरे चरण में: झंझारपुर, सुपौल, अररिया, मधेपुरा, खगड़िया
तीसरे चरण का मतदान 23 अप्रैल को होगा और इस दौरान कुल 5 सीटों पर मत डाले जायेंगे.
चौथे चरण में: दरभंगा, उजियारपुर, समस्तीपुर, बेगूसराय, मुंगेर.
चौथे चरण में राज्य के पांच लोकसभा सीटों पर वोट डाले जायेंगे. इस चरण के लिए मतदान 29 अप्रैल को होगा.
पांचवें चरण में : सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सारण, हाजीपुर.
पांचवें चरण का मतदान 6 मई को होगा, और इसमें राज्य के 5 लोकसभा की सीटों पर वोट डाले जायेंगे.
छठे फेज में : वाल्मीकि नगर, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, शिवहर ,वैशाली, महाराजगंज, सिवान, गोपालगंज .
छठे फेज में वोटिंग 12 मई को होगी. इसमें कुल 8 सीटों पर मतदान होगा.
सातवें फेज में: नालंदा, पटना साहिब, पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर, सासाराम, जहानाबाद, काराकाट
सातवें और आखिरी फेज में राज्य की बची हुई 8 लोकसभा की सीटों पर वोट डाले जायेंगे. वोटों की गिनती 23 मई को होगी. मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने रविवार को आगामी लोकसभा चुनाव के कार्यक्रमों की घोषणा करते हुए ये जानकारी दी.
ओबीसी आरक्षण पर तेजस्वी का हमला
राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष तेजस्वी यादव ने OBC आरक्षण के मुद्दे पर केंद्र की मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया है. आरक्षण को जातीय अनुपात में बढ़ाने की मांग करते हुए तेजस्वी ने कहा कि आरक्षण की सीमा 90 प्रतिशत कर उसमें से 40 प्रतिशत अति पिछड़ों को दिया जाना चाहिए.
आगामी लोकसभा चुनाव में ओबीसी आरक्षण का मुद्दा सत्ताधारी एनडीए और उसके सहयोगी दलों के लिए गले की फांस बनता जा रहा है. सभी विरोधी दल लगातार आरक्षण के मुद्दे पर बीजेपी और उसके सहयोगी दलों को लगातार घेरते रहे हैं. बीजेपी खुद भी अपने अंतर्विरोध से इस मामले में परेशान है.
बिहार विधानसभा में विरोधी दल के नेता तेजस्वी यादव ने अपने सोशल मीडिया अकॉउंट ट्विटर से इन सवालों के जवाब मांगे हैं.
दुल्हन ने नशे में धुत दूल्हे से मंडप में ही तोड़ा रिश्ता
सरकार की शराब बंदी के बावजूद राज्य में इसकी पोल खुलती रहती है. इसी क्रम में राज्य के छपरा जिले में शादी करने आये युवक को बगैर शादी के ही वापस लौटना पड़ा. प्राप्त जानकारी के मुताबिक शादी करने पहुंचे दूल्हे ने अपनी ही शादी में जम कर शराब पी रखी थी. उसकी हालात बेहद खराब थी. जैसे ही बारात लड़की के दरवाजे पर पहुंची तो लड़की के घरवालों के सामने समस्या खड़ी हो गयी.
दुल्हन को जब अपने होने वाले पति के करतूत की जानकारी मिली तो उसने शराब के नशे में धुत दूल्हे से शादी करने से इनकार कर दिया. लड़की के पिता के मुताबिक दूल्हा अपने होश में नहीं था. वो लोगों से बदतमीजी भी कर रहा था. उसे अपने आस-पास की स्थिति का कोई अंदाजा नहीं था. नशे की हालत में उसने जब दुल्हन से ही बदतमीजी की तब लड़की ने उस शराबी दूल्हे से शादी करने से इंकार कर दिया और बरात वापस लौट गयी.
लोकसभा चुनाव की घोषणा का सभी दलों ने स्वागत किया
चुनाव आयोग ने 2019 लोकसभा चुनाव को लेकर तारीखों की घोषणा कर दी है. सभी दलों ने इस घोषणा का स्वागत किया है. एलजेपी के अध्यक्ष रामविलास पासवान ने ट्वीट कर अब तक निष्पक्ष चुनाव करने के लिए चुनाव आयोग को धन्यवाद दिया.साथ ही उन्होंने पीएम मोदी के नेतृत्व में फिर से अगली सरकार बनने की बात भी कही.
कांग्रेस के बिहार प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने भी ट्वीट कर कहा -बदलाव!! साथ ही उन्होंने कहा कि आगामी चुनाव में जनता,जुमलों का,झूठ का,जनादेश के अपमान का बदला लेगी.
राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने इस घोषणा का स्वागत करते हुए चुनाव आयोग को धन्यवाद दिया. साथ ही उन्होंने समस्त देशवासियों को 17 वीं लोकसभा चुनाव में भाग लेने के लिए शुभकामनाएं भी दी.
प्रशांत किशोर से खिलाफ जेडीयू में विरोधी सुर उठे
जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर के खिलाफ पार्टी के भीतर नेताओं में नाराजगी खुलकर सामने आ रही है. जनता दल यूनाइटेड के प्रवक्ता नीरज कुमार बबलू ने खासकर उनके खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. पार्टी के अंदर इस बात को लेकर भी चर्चा गर्म है कि पीके शायद पार्टी छोड़ भी सकते हैं.
प्रशांत किशोर अभी पिछले साल ही जेडीयू में शामिल हुए थे. नितीश कुमार के एकदम खास पीके को तुरंत ही पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया था. मगर पिछले कुछ समय से उनके और आरसीपी सिंह के मतभेद की खबरे आ रही थी.
संगठन के सभी प्रमुख गतिविधियों से उन्हें अलग -थलग किये जाने से भी वो काफी नाराज चल रहे है. सूत्रों के मुताबिक उनका कद सिमटकर सिर्फ छात्र के मामले तक ही सिमित कर दिया गया है.
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