बिहार सरकार की तरफ से नई रेत खनन नीति वापस लिए जाने के बावजूद आरजेडी इस नीति के विरोध में बुलाए गए बिहार बंद का व्यापक असर देखा जा रहा है. कई जगहों पर समर्थकों ने सड़कों पर आगजनी कर रास्तों को रोक दिया है. ट्रेनें भी रोकी गई, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
सुबह से ही हो रहा प्रदर्शन
बंद समर्थक सुबह से ही सड़कों पर उतर आए हैं. बंद के कारण पटना के अधिकांश निजी स्कूलों को पहले से ही बंद रखा गया है. आरजेडी के बिहार बंद का असर सुबह से ही पटना जिले में देखने को मिल रहा है. विधायक भाई वीरेंद्र सिंह के नेतृत्व में आरजेडी कार्यकर्ताओं ने मनेर में विरोध प्रदर्शन किया. पटना के बस स्टैंड के पास भी आरजेडी कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर टायर जलाकर इस नई नीति का विरोध किया.
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
नवादा, बांका, दरभंगा, मधुबनी में भी लोग सड़कों पर उतरे और सड़क जाम कर प्रदर्शन किया. दरभंगा, बांका और पटना में रेलों का भी परिचालन बाधित किया गया. आरजेडी की बंदी को लेकर राज्यभर में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं.
350वें प्रकाशोत्सव के समापन समारोह ‘शुकराना समारोह’ को लेकर बाहर से आए सिख समुदाय के लोगों को कोई परेशानी नहीं हो, इसके लिए प्रशासन की तरफ से खास ख्याल रखा जा रहा है.
रेत खनन नीति पर सरकार का यूटर्न
राज्य में रेत की मौजूदा किल्लत को दूर करने और बेहतर बंदोबस्त करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार शाम ही अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर नए सिरे विचार-विमर्श करने का फैसला लिया था. सरकार ने बैठक के बाद यूटर्न लेते हुए राज्य में पुरानी रेत नीति ही लागू रहने की बात कही.
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(इनपुटः IANS से)
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