महाराष्ट्र विधानभवन में 17 जून को विपक्ष ने फडणवीस सरकार के मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल को देखते ही एक नारा लगाना शुरू कर दिया- ''आया राम गया राम, जय श्री राम''. विखे पाटिल कुछ दिन पहले ही कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए हैं. उन्होंने 16 जून को फडणवीस सरकार के मंत्रिमंडल में विस्तार के तहत मंत्री पद की शपथ ली है.
विखे पाटिल जब कांग्रेस में थे, उस वक्त वह महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष थे. उन्होंने अप्रैल में अपने इस पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद विखे पाटिल ने जून की शुरुआत में (कांग्रेस) विधायक पद से भी इस्तीफा दे दिया था.
हालांकि राधाकृष्ण विखे पाटिल के बेटे सुजय विखे पाटिल लोकसभा चुनाव से पहले ही कांग्रेस से पाला बदल कर बीजेपी में शामिल हो गए थे. सुजय ने यह कदम तब उठाया था, जब कांग्रेस के साथ गठबंधन के बाद एनसीपी ने अहमदनगर लोकसभा सीट पर अपना दावा नहीं छोड़ा. जबकि सुजय भी इसी सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे. फिलहाल सुजय अहमदनगर लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद हैं.
विखे पाटिल के अलावा ये नेता बने फडणवीस सरकार में नए मंत्री
महाराष्ट्र में करीब 4 महीने में विधानसभा चुनाव होने हैं. इससे पहले फडणवीस सरकार ने अपने मंत्रिमंडल में विस्तार के तहत 16 जून को 8 नेताओं को मंत्री, जबकि 5 को राज्य मंत्री बनाया.
ये नेता बने मंत्री
- राधाकृष्ण विखे पाटिल
- आशीष शेलर
- जयदत्त क्षीरसागर
- संजय कुटे
- सुरेश खाडे
- अनिल बोंडे
- अशोक उइके
- तानाजी सावंत
ये नेता बने राज्य मंत्री
- योगेश सागर
- अविनाश मेहतेकर
- संजय भेगडे
- परिणय फुके
- अतुल सावे
इस बीच फडणवीस सरकार के 6 मंत्रियों (राजकुमार बडोले, प्रकाश मेहता, विष्णु सावरा, दिलीप कांबले, प्रवीण पोटे, अंबरिष अत्राम) ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया.
बता दें कि प्रकाश मेहता पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे. उन पर लोकायुक्त की जांच भी जारी है. उनके खिलाफ ताडदेव की मिल कंपाउंड के एसआरए प्रोजेक्ट में बिल्डर को लाभ पहुंचाने के भी आरोप हैं.
ये भी देखें- महाराष्ट्र चुनाव: आदित्य तोड़ने वाले हैं ठाकरे परिवार की परंपरा?
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)