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Qलखनऊ: UPCOCA पर हंगामा,BHU में छात्रा से छेड़छाड़ का आरोपी अरेस्ट

उत्तर प्रदेश की बड़ी और अहम खबरें...

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राज्य
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यूपी विधानसभा: UPCOCA को लेकर सत्ता-विपक्ष के बीच बहस

उत्तर प्रदेश में चल रहे मौजूदा विधानसभा सत्र के दौरान गुरुवार को यूपी संगठितअपराध नियंत्रण एक्ट (यूपीकोका) पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर बहस हुई. बहस की शुरुआत में मुख्ममंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी में किसी के साथ घृणा की भावना से इस एक्ट के तहत कार्रवाई नहीं होगी. हालांकि पूरे विपक्ष ने उनके इस आश्वासन के बावजूद एक्ट का जमकर विरोध किया और एक आवाज में इसे लोकतंत्र व जनता विरोधी करार दिया.

विधानसभा में कांग्रेस के नेता अजय कुमार सिंह लल्लू ने कहा, "यूपी में यूपीकोका केवल राजनीतिक विरोधियों को डराने के लिए लाया गया है. सरकार इसका इस्तेमाल अपने तरीके से करेगी. ये काला कानून है. यूपीकोका मीडिया की आजादी पर भी प्रतिबंध लगाने का काम करेगी."

बता दें, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को ही यूपीकोका विधेयक को विधानसभा में पेश किया था. उसके बाद अगले दिन गुरुवार को इस पर जमकर बहस हुई.

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BHU में छात्राओं के साथ हुई छेड़छाड़ मामले में 1 गिरफ्तार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में स्थित काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में पथराव, आगजनी और छात्रा से छेड़छाड़ के मामले में तीन महीने बाद एक की गिरफ्तारी हुई है. बनारस के पुलिस कमिश्नर दिनेश सिंह ने कहा कि 21 सितंबर को यूनिवर्सिटी परिसर में एक छात्रा से छेड़छाड़ के आरोपी शनि यादव को गिरफ्तार किया गया है. जबकि एक अन्य आरोपी की तलाश की जा रही है. शनि यादव सीरगोवर्धन गांव का निवासी है और वो एक दूसरी युवती से छेड़खानी के मामले में पहले भी गिरफ्तार हो चुका है.

पुलिस के मुताबिक, 21 सिंतबर की शाम आरोपी ने बीएचयू में एक दूसरे युवक के साथ मोटरसाइकिल पर सवार होकर एंट्री की और भारत कला भवन के पास छात्रा को अकेली देखकर छेड़खानी की थी. फिर यूनिवर्सिटी के दूसरे गेट से भाग गया. उसके साथ एक और युवक था, जिसके बारे में अहम सुराग हाथ लगे हैं. उसे भी जल्दी गिरफ्तार किए जाने की उम्मीद है.

बता दें, इस घटना के बाद सैकड़ों छात्राओं ने आरोपियों की गिरफ्तारी और पर्याप्त सुरक्षा की मांग को लेकर बीएचयू परिसर में कई दिनों तक धरना-प्रदर्शन किया था. बाद में इसी मुद्दे को लेकर बीएचयू के कुलपति गिरीश चंद्र त्रिपाठी को लंबी छुट्टी पर भेज दिया गया था.

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मुख्यमंत्री आवास के बाहर सेल्फी लेने पर कार्रवाई की चेतावनी वाला बैनर हटा

लखनऊ में कालिदास रोड पर फोटो या सेल्फी लेने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी वाला बैनर गुरुवार को हटा दिया गया है. सोशल मीडिया पर इस बैनर को लेकर खासी आलोचना हो रही थी. कालिदास रोड पर ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के आवास है.

एक दिन पहले ही कालिदास रोड के गेट पर एक छोटा बैनर लगा था, जिस पर लिखा था, इस वीआईपी क्षेत्र में फोटो और सेल्फी लेना दंडनीय अपराध है, जो ऐसा करते पकड़े गए उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इस बैनर की तस्वीरें जैसे ही सोशल मीडिया पर आयीं, सरकार की आलोचना होने लगी.

पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर राज्य सरकार की आलोचना की थी. उन्होंने ट्वीट किया, राज्य सरकार की ओर से जनता को नव साल का गिफ्ट. सेल्फी लेने से लग सकता है यूपीकोका.

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सपा ने एंबुलेंस सेवाओं को पैसा नहीं देने का लगाया आरोप

उत्तर प्रदेश विधान परिषद में गुरुवार को सपा नेताओं ने 102 और 108 एंबुलेंस सेवाओं को पैसा न देने का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है. सपा नेता आनंद भदौरिया ने प्रश्नकाल में 102 और 108 एंबुलेंस सेवाओं के वाहनों को कथित रुप से डीजल नहीं दिए जाने का मुद्दा उठाते हुए सदन की एक समिति बनाकर इसकी जांच कराने का आग्रह किया.

स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने इसका जवाब देते हुए बताया कि एंबुलेंस गाड़ियों को डीजल देना सेवा प्रदाता फर्म का काम है. पिछली सरकार ने 108 एंबुलेंस सेवा के लिए 22.18 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं किया. इसी तरह 102 के लिए में 74.68 करोड़ रुपये भी नहीं दिए गये थे. उन्होंने बताया कि पिछला बकाया भुगतान न होने की वजह से ही ये सेवाएं बाधित हो रही हैं.

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सिकंदरा सीट के उपचुनाव में 53 फीसदी वोटिंग

उत्तर प्रदेश की सिकंदरा विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिए गुरुवार को शांतिपूर्ण माहौल में 53 फीसदी मतदान हुआ. मतदान सुबह आठ बजे शुरू होकर शाम पांच बजे तक चला. इसके साथ ही 11 प्रत्याशियों का चुनावी भाग्य इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों में बंद हो गया.

सिकंदरा सीट बीजेपी विधायक मथुरा प्रसाद पाल के निधन के कारण खाली हुई थी. बीजेपी ने उनके बेटे अजीत पाल सिंह को उपचुनाव में प्रत्याशी बनाया है. सपा ने सीमा सचान को, जबकि कांग्रेस ने प्रभाकर को मैदान में उतारा है. परिणाम 24 दिसंबर को आएगा.

इस उपचुनाव के लिए 288 मतदान केंद्र और 391 मतदेय स्थल बनाए गये थे. इस दौरान 567 इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन और 565 वीवीपैट मशीन लगायी गयी थीं.

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